
ऑपरेशन सिंदूर पर कथित रूप से सांप्रदायिक सोशल मीडिया पोस्ट करने के मामले में गुरुग्राम से गिरफ्तार की गई 22 वर्षीय लॉ स्टूडेंट शर्मिष्ठा पनौली को अब एक्ट्रेस और भाजपा सांसद कंगना रनौत का सपोर्ट मिला है. कंगना ने शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर भी निशाना साधा है.
जानिए क्या कहा कंगना ने...
शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा, 'कानून-व्यवस्था के नाम पर किसी को परेशान करना ठीक नहीं है. जब कोई माफी मांग लेता है और पोस्ट डिलीट कर देता है, लेकिन उसे जेल में डालना, उसे प्रताड़ित करना, उसका करियर खत्म करना और उसके चरित्र पर सवाल उठाना बहुत गलत है. किसी भी बेटी के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए.'
कंगना ने कहा- 'मैं पश्चिम बंगाल सरकार से आग्रह करती हूं कि राज्य को उत्तर कोरिया बनाने की कोशिश न करें. सभी के पास लोकतांत्रिक अधिकार हैं. उन्होंने अपनी अभद्र टिप्पणी के लिए माफी मांगी है. शर्मिष्ठा ने अपने वीडियो में कुछ अनुचित शब्दों का इस्तेमाल किया, लेकिन ऐसे शब्द आजकल ज्यादातर युवा इस्तेमाल करते हैं. उन्हें जल्द रिहा किया जाना चाहिए क्योंकि वह बहुत कम उम्र की लड़की हैं. उनके सामने पूरा करियर और जीवन है.'

एक्टर और डिप्टी सीएम का मिला साथ
कंगना रनौत के अलावा शर्मिष्ठा पनोली के बचाव के लिए एक्टर और आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण उतरे हैं. उन्होंने शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी पर टीएमसी पर निशाना साधा. उन्होंने एक्स पर लिखा 'ऑपरेशन सिंदूर को लेकर लॉ की छात्रा शर्मिष्ठा ने अपनी बात रखी. कुछ लोगों को उनके शब्द आपत्तिजनक लगे. उन्होंने माफी मांगी और वीडियो डिलीट किया. फिर भी बंगाल पुलिस ने कार्रवाई की. पवन कल्याण ने कहा 'जब हमारे धर्म को गंध धर्म कहा जाता है तब इनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?
क्या है पूरा विवाद?
शर्मिष्ठा पनौली, जिनके एक्स और इंस्टाग्राम पर 1.75 लाख फॉलोअर्स हैं, को उनके एक अब हटाए जा चुके वीडियो के कारण गिरफ्तार किया गया. इस वीडियो में उन्होंने कुछ बॉलीवुड सितारों की आलोचना की थी, और पूछा था कि ऑपरेशन सिंदूर पर चुप्पी क्यों साधी है? आरोप है कि उन्होंने वीडियो में एक समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल भी किया.
14 दिनों की न्यायिक हिरासत में शर्मिष्ठा
हालांकि शर्मिष्ठा ने वीडियो हटाने के बाद बिना शर्त माफी मांग ली थी, फिर भी कोलकाता में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई. कोर्ट से बाहर आते समय शर्मिष्ठा ने मीडिया से कहा, 'लोकतंत्र में जिस तरह से यह उत्पीड़न किया जा रहा है, यह लोकतंत्र नहीं है.'