
14 साल पहले की बात है. सिर पर सनग्लासेस लगाए, ब्लू शर्ट, ऑफ व्हाइट कोट और बेल बॉटम जीन्स पहने एक शख्स टॉक शो में एंट्री लेता है. होस्ट से हाथ मिलाता है, गले लगता है और चेहरे पर मुस्कान को बनाए रखते हुए सोफे पर बैठ जाता है. शो में बुलाने के लिए शुक्रिया अदा करता है और अपनी जर्नी के बारे में बताना शुरू करता है. मॉडलिंग की दुनिया से अपने करियर की सीढ़ी चढ़ने वाले इस शख्स को बनाने के पीछे भट्ट फैमिली का बहुत बड़ा हाथ रहा है. एक ओर जहां इन्होंने 'राज', 'बाज', 'श्श्श...' जैसी फिल्में कीं तो वहीं दूसरी ओर खुद के लिए इन्होंने एक बार सेट किया, जहां उन्होंने एक्शन, सस्पेंसिव और कॉमेडी फिल्में न करने का निर्णय लिया. हां, हम बात कर रहे हैं उस एक्टर की, जिसकी चार्मिंग पर्सनैलिटी देख कई लड़कियों की धड़कनें बढ़ जाती थीं. यह कोई और नहीं, बल्कि डीनो मोरिया हैं.
पर इस एक्टर के जीवन में एक दौर ऐसा भी आया, जब यह फिल्मों से किनारे कर दिए गए. आलम यह था कि डीनो को इंडस्ट्री में अपने एग्जिस्टेंस के बारे में चीख-चीख लोगों को बताना पड़ रहा था. उनके घर के दरवाजे खटखटाने पड़ रहे थे, क्योंकि डीनो को काम चाहिए था. वह काम मांग रहे थे.
कब रखा इंडस्ट्री में कदम?
डीनो ने साल 1999 में फिल्म 'प्यार में कभी कभी' से डेब्यू किया था. फिल्म कब आई और कब गई, किसी को पता नहीं. इतना जरूर है कि इस फिल्म को मंदिरा बेदी के पति राज कौशल (अब दुनिया को अलविदा कह चुके हैं) ने बनाया था. निर्देशन और प्रोडक्शन दोनों ही इन्होंने संभाला था. राज ने इस फिल्म की कास्ट पूरी तरह नई रखी थी. रिंकी खन्ना ने भी डीनो के साथ इस फिल्म से ही डेब्यू किया था. लीक से हटकर बनी इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों ने सिरे से नकार दिया था. पर हां, इस फिल्म का एक सॉन्ग 'मुसु मुसु हासी' खूब हिट हुआ था. क्या आप जानते हैं कि इसी सॉन्ग से डीनो, ऑडियन्स खासकर लड़कियों की नोटिस में आए थे. और आगे चलकर फीमेल फैन्स के बीच डीनो की इमेज चॉकलेटी ब्वॉय की बन गई थी.
बिल भरने के नहीं थे पैसे
चॉकलेटी लुक्स, चार्मिंग पर्सनैलिटी, लंबे बाल, 6 फीट हाइट, भूरी आंखों के जादू से हर लड़की को दीवाना बनाने वाले डीनो ने लगभग एक दशक तक ऑडियन्स को एंटरटेन किया. फिर अचानक से साल 2010 में डीनो के करियर को ब्रेक लग गया, जिसका अंदाजा खुद डीनो को भी नहीं था. एक वक्त ऐसा आ गया कि डीनो को काम नहीं मिल रहा था. घर खर्च, ईएमआई और बिल्स भरना तक मुश्किल हो रहा था. फिर आलम यह हुआ कि डीनो ने पैसे की खातिर फिल्मों में स्पेशल अपीयरेंस, एंकरिंग, इवेंट्स होस्ट, ब्यूटी पेजेंट जज करने से लेकर, ब्रैंड के लिए रिबन कट करने तक का काम किया, जिससे वह कम से कम सर्वाइव कर सकें.
डीनो के जीवन में समय इतना खराब आया कि एक्टर को अपनी लैविश लाइफस्टाइल में कटौती करनी पड़ी. वहीं सोशल होना भी उन्होंने लगभग बंद कर दिया था. डीनो जानबूझकर पार्टी में जाना अवॉइड करने लगे थे. उन्हें डर होता था कि कहीं कोई ताना न मार दे. कोई यह न कह दे कि डीनो, तुम्हारे पास काम नहीं तो आजकल फिर तुम क्या कर रहे हो? घर कैसे चला पा रहे हो? डीनो ने तो यहां तक किया कि वह अनगिनत डायरेक्टर्स, प्रोड्यूसर्स के घर काम मांगने के लिए गए. उन्हें कहा कि मैं एग्जिस्ट करता हूं, मुझे काम दो और मैं काम करना चाहता हूं. पर कहीं से कुछ हासिल नहीं हुआ. डीनो ने हर वो काम किया, जिससे वह इतना पैसा तो कमा सकें कि घर में रोजी- रोटी का इंतजाम हो जाए.
डीनो जब इंडस्ट्री में काफी पॉपुलर हो चुके थे और एक के बाद एक फिल्में लीड रोल में कर रहे थे तो उन्होंने जितना पैसा कमाया, वो कहीं न कहीं किसी न किसी बिजनेस में लगा दिया था. और बाद में डीनो का वो सारा पैसा डूब भी गया.

जब डीनो ने खुद तोड़ी थी अपनी 'नो किसिंग' सीन पॉलिसी
साल 1933 में देविका रानी ने फिल्म 'कर्म' में अपने को-स्टार हिमांशू रॉय के साथ किसिंग सीन किया था जो काफी सिजलिंग तरह से फिल्माया गया था. हिंदी स्क्रीन का यह पहला किसिंग सीन था. उसके बाद 1960s की फिल्म 'मेरा नाम जोकर' में राज कपूर साहब ने रशियन एक्ट्रेस कसीना रांबाकीना के साथ लिपलॉक सीन किया था. देखा जाए तो उस जमाने में यह इतनी बड़ी कोई बात नहीं थी, क्योंकि राज कपूर ने यह सीन एक फॉरेन एक्ट्रेस के साथ किया था. और फिर आया 1970 का दशक, जब ग्लैमर, बोल्ड अदाएं, बिकिनी फोटोशूट्स, इन सबका एक दौर सा चल पड़ा. फिल्म में हीरोइनों ने खूब सीन्स दिए. जीनत अमान, परवीन बाबी समेत शर्मिला टैगोर ने भी बिना शर्म किए बिकिनी में कहर ढाया और फिल्मी सिनेमा की तस्वीर ही बदलकर रख दी. 'हरे रामा हरे कृष्णा', 'जूली', 'बॉबी', 'चेतना', 'दस्तक' और 'सत्यम शिवम् सुंदरम' में एक के बाद एक बोल्ड थीम्स देखने को मिलीं.

पर जैसे ही हमने यह सोचा कि वक्त आगे बढ़ने का है, पीछे जाने का नहीं. उसी समय डीनो अपनी 'नो किसिंग' सीन पॉलिसी लेकर सामने आ गए. उस जमाने में डीनो को मोस्ट सेक्सियस्ट मेल एक्टर के रूप में जाना जाता था, पर किसी भी तरह का किसिंग सीन करने को लेकर डीनो कम्फर्टेबल फील नहीं करते थे. साल 2008 में डीनो और शीतल मेनन के बीच फिल्म 'भ्रम' में एक लिपलॉक सीन फिल्माया गया था. फिल्म की शूटिंग को दो ही हफ्ते हुए थे. जिस दिन किसिंग सीन शूट होना था, उस दिन 400 लोग शूटिंग सेट पर मौजूद थे. सभी के सामने दोनों एक्टर्स को यह सीन करना था. पहले तो डीनो घबरा गए. क्योंकि उनकी डिक्शनरी में तो 'नो किसिंग' सीन पॉलिसी थी. पर वो कहते हैं न कि जो आप सोचते हैं वो तो बिल्कुल भी नहीं होता है. कुछ ऐसा ही डीनो के साथ हुआ. फिल्म के लिए डीनो को किस सीन करना पड़ गया.
डीनो ने ई-टाइम्स को दिए इंटरव्यू में बताया था कि 'भ्रम' में जो किसिंग सीन था, वह करना बहुत मुश्किल था. 400 लोग थे. हालांकि, सभी अपने-अपने काम में बिजी थे, पर इस तरह का सीन करना मेरे लिए मुश्किल था. काफी अन-ईजी महसूस हुआ था.
आखिरी बार स्क्रीन पर कब दिखे डीनो?
वैसे तो डीनो को साल 2022 में दो वेब सीरीज (तांडव और द एम्पायर) और एक फिल्म (हेलमेट) में देखा गया, पर अब फिर से वह गायब हैं. इतना जरूर है कि एक्टर पार्टीज और सेलिब्रेशन में नजर आ जाते हैं. सोशल मीडिया पर तो एक्टर एक्टिव हैं ही. अक्सर ही इनके फोटोशूट्स फैन्स के बीच पॉपुलर होते हैं. इनका सॉल्ट एंड पेपर लुक फीमेल फैन्स को घायल करता है.