चुनावी तैयारियों की समीक्षा करने आए चुनाव आयोग से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल पर भले ही कांग्रेस पार्टी ने सवाल खड़े किए हों, लेकिन चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता ओंकार नाथ सिंह और विरेंद्र मदान को ही कांग्रेस का अधिकृत प्रतिनिधिमंडल माना है. कांग्रेस के इसी प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह को हटाने की मांग की है. आखिर क्यों की गई उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को हटाने की मांग? कौन हैं अवनीश अवस्थी? कांग्रेस को क्यों लगता है कि अवनीश अवस्थी के रहते उत्तर प्रदेश पुलिस निष्पक्षता से काम नहीं कर पाएगी. और सवालों के घेरे में आए कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल पर चुनाव आयोग ने क्या कहा...
1987 बैच के आईएएस अफसर अवनीश कुमार अवस्थी वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार के सबसे ताकतवर आईएएस अफसरों में शुमार किए जाते हैं. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी उत्तर प्रदेश पुलिस, जेल के सर्वे सर्वा अफसर हैं. उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद अवनीश अवस्थी को गृह विभाग की जिम्मेदारी दी गई. अवस्थी के पास गृह के साथ-साथ सूचना विभाग की भी जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन चंद महीने पहले ही सूचना विभाग को उनसे हटा लिया गया और अब पूरी तरह से गृह विभाग अवनीश अवस्थी के पास ही है.
कांग्रेस को चुनाव में गड़बड़ी की आशंका
प्रदेश में तमाम बड़ी घटनाओं को लेकर पुलिसिंग पर सवाल खड़े हुए. कांग्रेस पार्टी ने हाथरस कांड, लखीमपुर कांड और उन्नाव कांड का जिक्र करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस पर दबाव बनाकर जबरन कार्रवाई करवाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस का आरोप है कि जिला पंचायत या अन्य चुनाव की तरह प्रदेश सरकार अधिकारियों के इस्तेमाल से चुनाव को प्रभावित करेगी. लिहाजा विधानसभा चुनाव केंद्रीय सुरक्षा बलों की देखरेख में कराए जाएं, जिसमें प्रदेश में तैनात किसी भी अफसर का हस्तक्षेप न रहे.
अवस्थी को लेकर इसलिए आपत्ति
दरअसल, सोशल मीडिया पर अवनीश अवस्थी का सरकारी योजनाओं को लेकर जानकारी देना, केंद्र और राज्य सरकार के मंत्रियों के ट्वीट को लाइक और रिट्वीट करने पर कांग्रेस पार्टी ने आपत्ति जताई है. कांग्रेस पार्टी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि अवनीश अवस्थी लगातार सरकार का महिमामंडन करते रहे हैं जो एक सरकारी अफसर को शोभा नहीं देता. एक अफसर का काम प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को संपन्न कराना होता है, न कि उस पर अपनी कोई टिप्पणी करने का होता है.
एसीएस अवस्थी का टिप्पणी करने से इनकार
इस मामले पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी से भी बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल पर ही पार्टी की तरफ से सवाल खड़े किए गए कि यह उनका प्रतिनिधिमंडल नहीं है, तो चुनाव आयोग कैसे पहुंच गया? इस पर मुख्य चुनाव आयुक्त से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हम से मिलने वाले लोग पार्टी की तरफ से ही अधिकृत लोग थे.