महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर भेजने के लिए कांग्रेस लाख कोशिशें कर रही हैं, लेकिन हर बार उसकी ऊर्जा अपनी पार्टी के भीतर की लड़ाई को सुलझाने में ही खर्च हो जा रही है. बीते दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली नेतृत्व को चुनौती देने वाले पूर्व मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरूपम ने एक बार फिर पार्टी में किसी पर हमला बोला है. संजय निरूपम ने सोमवार सुबह ट्विटर पर लिखा कि आखिर राहुल गांधी की रैली में निकम्मा अनुपस्थित क्यों था?
कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने सोमवार सुबह ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि राहुल गांधी की मुंबई रैली में मेरी अनुपस्थिति को लेकर जो बातें की जा रही हैं, वह पूरी तरह से गलत हैं. एक पारिवारिक कार्यक्रम की वजह से मैं पूरे दिन व्यस्त रहा था और इस बारे में मैंने राहुल गांधी को पहले ही बता दिया था. वो मेरे नेता हैं और वह हमेशा ही मेरे लिए एक जैसे रहेंगे.
Speculations & suspicions about my absence in RG’s Mumbai rallies are meaningless.
Due to an important family function I was very busy whole day,rather till late night.
Had informed him in advance.
He is my leader & he will be always the same for me.
But why was Nikamma absent ?
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) October 14, 2019
लेकिन इसके बाद जो संजय निरूपम ने लिखा उसपर विवाद हो गया. उन्होंने आगे लिखा कि ‘..लेकिन निकम्मा अनुपस्थित क्यों था?’ अब संजय निरूपम इसके जरिए किसपर निशाना साध रहे हैं, ये तो वह ही बेहतर बता सकते हैं लेकिन सोशल मीडिया पर उनके इस ट्वीट के साथ ही तूफान आ गया है.
कई सोशल मीडिया यूजर्स उनके इस ट्वीट को कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा पर हमले के तौर पर देख रहे हैं. गौरतलब है कि दोनों नेताओं के बीच पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं बन रही है और दोनों की अनबन लगातार खुलकर सामने आ रही है. संजय निरूपम हाल ही में हुई मुंबई में राहुल गांधी की रैली में उपस्थित नहीं थे.
क्या कांग्रेस छोड़ेंगे संजय निरूपम?
बता दें कि बीते दिनों संजय निरूपम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं पर सवाल खड़े कर दिए थे. दरअसल, संजय निरूपम टिकट बंटवारे को लेकर काफी नाराज थे और आरोप लगा रहे थे कि उनकी मर्जी के किसी भी उम्मीदवार को टिकट नहीं सौंपा गया है. संजय निरूपम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस नेताओं पर सवाल खड़े किए थे और साथ ही पार्टी छोड़ने तक की बात कह दी थी. साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव में प्रचार ना करने की बात कही थी.