राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 से पहले तत्कालीन सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के सिरदर्द बने गुजर्र नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा कदम उठाया है. गुर्जर आरक्षण की आवाज उठाने वाले कर्नल बैंसला ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बैंसला के बेटे विजय बैंसला भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. आरक्षण के मुद्दे पर आलोचनाओं का सामना करती रही बीजेपी के लिए चुनाव से ठीक पहले बैंसला का साथ आना सियासी गणित के लिहाज के काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
बीजेपी में शामिल होने के बाद किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा है कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम करने की प्रवृत्ति से बहुत प्रभावित हूं. बैंसला ने कहा कि पीएम मोदी जिस तरह से समाज के सभी वर्गों के लिए काम करते हैं, वो तारीफ के काबिल है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद से ही कर्नल बैंसला अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ मुखर नजर आ रहे थे.
Delhi: Gurjar leader Kirori Singh Bainsla and his son Vijay Bainsla who joined BJP today, meet party president Amit Shah. pic.twitter.com/Y4ueQzxtp5
— ANI (@ANI) April 10, 2019
गुर्जर वोटों को साथ लाने के लिए बीजेपी और गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला के बीच बात चल रही थी. कहा जा रहा था कि अगर कोई ठोस आश्वासन मिल जाता है या फिर कहीं से टिकट मिलने की बात हो जाती है तो किरोड़ी सिंह बैंसला बीजेपी में आ जाएंगे. शायद यही वजह रही कि बीजेपी ने राजस्थान की कुछ सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा में भी देरी की है. अब जबकि बैंसला बीजेपी में आ गए हैं तो शेष सीटों पर भी प्रत्याशियों के नाम आने की जल्द ही संभावना है.
सियासी लिहाज से राजस्थान में गुर्जर समाज काफी अहम माना जाता है. ओबीसी कैटेगरी में आने वाले गुर्जर समाज का राज्य में करीब 5 फीसदी वोट है. यहां गुर्जरों के लिए लंबे समय से आरक्षण की मांग की जा रही है और गुर्जर संघर्ष समिति के संरक्षक के बतौर कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला इस अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं.
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