हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस की स्टार प्रचारकों की लिस्ट में दो हैरान करने वाली बातें सामने आई हैं. इस लिस्ट में कभी स्टार कैंपेनर रहे नवजोत सिंह सिद्धू का नाम गायब है. जबकि बागी तेवर अपनाने वाले अशोक तंवर स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट में शामिल किए गए हैं.
आजतक ने पहले ही बता दिया था कि हरियाणा कांग्रेस के आला नेता नहीं चाहते कि नवजोत सिंह सिद्धू को चुनाव प्रचार के लिए हरियाणा भेजा जाए क्योंकि ऐसा करने पर राष्ट्रवाद के मुद्दे पर जनता को जवाब देना मुश्किल हो सकता है. लिस्ट में दूसरी हैरान करने वाली बात यह है कि अपनी पार्टी पर 5 करोड़ रुपये में टिकट बेचने का आरोप लगाने वाले अशोक तंवर को पार्टी ने राज्य के लिए स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट में शामिल किया है.
स्टार प्रचारकों में 40 नेता
इसके अलावा कांग्रेस की स्टार कैंपेनर्स लिस्ट में अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, सचिन पायलट जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं. कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों में 40 नेताओं को शामिल किया है.
पार्टी की ओर से जारी इस लिस्ट में सातवें नंबर पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं जबकि 12वें नंबर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं. नौंवें नंबर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं.
अशोक तंवर के बागी तेवर
लिस्ट जारी होने से पहले हरियाणा कांग्रेस में मचे बवाल के बीच कांग्रेस नेता अशोक तंवर ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सभी जिम्मेदारियों से मुक्त करने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा, 'मैंने पार्टी की सभी समितियों और जिम्मेदारियों से राहत देने के अनुरोध के साथ सोनिया गांधी को एक पत्र भेजा है. हालांकि मैं एक साधारण पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम करना जारी रखूंगा.'
हालांकि, कुछ ही देर बाद उन्होंने ट्विटर पर इस्तीफा देने के बाद ऐलान किया कि वो पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं और प्राथमिक सदस्य के तौर पर पार्टी के माध्यम से जनता की सेवा करता रहूंगा.
इससे पहले हरियाणा कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक नेता नवजोत सिंह सिद्धू को स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नहीं चाहते. प्रदेश के कई नेता लोकसभा चुनाव के दौरान रोहतक में सिद्धू की जनसभा में पाकिस्तान विरोधी नारे और सिद्धू पर एक महिला द्वारा चप्पल फेंके जाने से रोहतक लोकसभा सीट पर नुकसान की वजह माना रहे हैं. उनका मानना था कि उनके आने से चुनाव में असर पड़ सकता है.