उत्तर प्रदेश के संगीत कर्मियों एवं कलाकारों की विभिन्न समस्याओं के निराकरण के लिए उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी ने पहल की है. अकादमी की ओर से सितम्बर माह से प्रत्येक शनिवार को प्रात 11 से 4 बजे तक 'कला दरबार' लगाया जाएगा, जिसमें कलाकारों की समस्याओं को दूर करने के लिए गम्भीर प्रयास किए जाएंगे.
अकादमी के अध्यक्ष नवेद सिद्दीकी ने बताया कि कलाकार दिल से संकोची व संतोषी होते हैं, वे अपना दुखड़ा सुनाने में भी कई बार पीछे रह जाते हैं. उन्होंने कहा कि वे प्रदेश भर के कलाकारों की समस्याओं व दिक्कतों के निराकरण के लिए गम्भीर प्रयास करेंगे.
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कई कलाकारों ने पैसे व इलाज के अभाव में दम तोड़ा है तो कई बार मीडिया के माध्यम से ही सुनने में आया कि उन्हें छोटी-छोटी समस्याओं के लिए दिक्कतें हुई. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जब हर वर्ग के दुख-दर्द को दूर किया है तो भला कलाकार पीछे क्यों रहें. सिद्दीकी ने कहा कि उनकी हर एक समस्याओं को सम्बन्धित विभागों तक पहुंचाकर पूरा कराने का सार्थक प्रयास किया जाएगा.
सिद्दीकी ने बताया कि इसके अलावा सितम्बर माह से ही अकादमी बाल साहित्य लेखन, पटकथा लेखन, सीरियल स्क्रिप्ट लेखन, किस्सागोई, कहानी लेखन, पुस्तक लेखन, रचनात्मक लेखन, रेडियो नाट्य लेखन, स्टेज नाट्य लेखन पर कार्यशाला आयोजित करेगा। प्रत्येक माह एक विषय पर तीन दिन कार्यशाला लगायी जाएगी, जिसकी फीस एक हजार रुपये रखी गई है.
सिद्दीकी ने बताया कि इन 9 विषयों की कार्यशाला में विषय से जुड़े नामचीन लोगों को बुलाया जाएगा, जो लोगों को समुचित व वृहद ज्ञान देंगे. इसके लिए निर्देशक सलीम आरिफ, गीतकार गुलजार साहब, इतिहासकार योगेश प्रवीन, मीनू खरे समेत कई अवार्डी, रंगमंच कलाकार व सिने कलाकारों से बात की जा चुकी है.
सिद्दीकी ने बताया कि इसके अलावा अकादमी में मौजूद पूर्णतया सुसज्जित स्टूडियो को भी आम कलाकारों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. लोग अपनी रिकोर्डिग यहां पर कराकर उसे संरक्षित कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि इन सभी योजनाओं के प्रचार-प्रसार का भी काम शुरू हो चुका है तथा सितम्बर माह से इसे अमल में लाया जाएगा.