किसी भी संस्थान में दाखिला लेने के लिए वहां तय मानदंड पर खड़ा उतरने से ही हमें दाखिला मिलता है. लेकिन हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के इच्छुक छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ अपनी उम्र का भी ख्याल रखना होगा. हाल ही में यूनिवर्सिटी ने यह नियम बनाया है कि वहां के किसी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए 25 वर्ष से कम उम्र का होना अनिवार्य है.
ऐसा किए जाने के पीछे वजह बताते हुए यहां के रजिस्ट्रार सुरेश कुमार का कहना है कि हमारे यहां पीएचडी कर रहे ज्यादातर छात्रों की संख्या 25 वर्ष से ज्यादा है. उनमें ऐसे कई लोग है, जिन्हें अपने शिक्षा का विजन स्पष्ट नहीं हैं. यूनिवर्सिटी के शिक्षकों का यह भी मानना है कि 25 से 35 की उम्र का पड़ाव जीवन में बेहद महत्वपूर्ण होता है. उस दौर को कैंपस में गंवाने के बजाय समाज में हिस्सेदारी की जाए.
सुरेश कुमार ने आगे कहा, 'इस वजह से 2015 से शुरू होने वाले बैच में हमने यह अनिवार्यता रखी है. साथ ही हमारा ज्यादा ध्यान इस बात पर है कि हम 25 वर्ष से ज्यादा के छात्रों को किसी कोर्स में दाखिला देने के बजाय बेहतर रोजगार प्रदान करें.' रोजगार देने के लिए विशेष तौर पर कई प्रोग्राम भी चलाए जा रहें हैं, जिनकी शुरुआत जनवरी, 2015 से की जा चुकी है.