देश के जाने-माने संपादक, प्रकाशक और कई अहम पत्रिकाएं देने वाले आनंद पई का निधन साल 2011 में 24 फरवरी को हुआ था.
1. प्यार से आनंद को अंकल पई कहा जाता है और उन्होंने बच्चों को टिंकल, अमर चित्र कथा का तोहफा दिया.
2. दुरदर्शन पर एक क्विज़ चल रही थी, जिसमें प्रतिभागी रामायण में राम की मां का नाम बताने में नाकाम रहा. इसके बाद उन्होंने अमर चित्र कथा बनाई.
3 इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, लेकिन करियर के शुरुआती दौर में उनका झुकाव पब्लिशिंग की तरफ हो गया.
4 उनकी 82वीं जयंती गूगल डूडल बनाकर बनाई जा रही थी.
5. अमर चित्र कथा, 20 से ज्यादा भषाओं में 9 करोड़ प्रतियां बेच चुकी हैं.