जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में 37 जवान शहीद हो गए. वहीं अभी भी कई जवान मौत से जंग कर रहे हैं. जैसे ही इस घटना के बारे में सरकार को मालूम चला सभी ने अपना दुख और प्रतिक्रिया जाहिर की. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि "हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा'
वहीं इस हमले के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति (CCS) की बैठक शुरू हो गई है. जिसमें देश की सुरक्षा को लेकर कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं. साथ ही सुरक्षा स्थिति पर विचार विमर्श किया जाएगा. वहीं आइए जानते हैं सीसीएस है क्या और इसमें कौन- कौन लोग होते हैं शामिल.
सबसे पहले आपको बता दें, इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हैं. बता दें, CCS सुरक्षा और सामरिक मामलों पर निर्णय लेती है. इसी के साथ इस मीटिंग में CRPF के DG, NSA अजित डोभाल, सेना प्रमुख बिपिन रावत भी हिस्सा ले रहे हैं.
Delhi: The meeting of the Cabinet Committee on Security is underway at 7, Lok Kalyan Marg. pic.twitter.com/y8aL7sytlu
— ANI (@ANI) February 15, 2019
क्यों होती है CCS मीटिंग
सुरक्षा स्थिति पर विचार विमर्श और दुश्मनों के खिलाफ रणनिति बनाने के लिए ये बैठक आयोजित की जाती है. इस मीटिंग में दुश्मनों को कैसे जवाब दे सकते हैं उसकी रणनीति बनाई जाती है. भारत सरकार की केंद्र सरकार की कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) देश की सुरक्षा को लेकर चर्चा, बहस करती है. जिसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा उपकरण, रक्षा नीति और सुरक्षा में खर्च को लेकर अंतिम निर्णय लिए जाते हैं. आपको बता दें, सीसीएस मीटिंग की अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री करते हैं.