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मेरठ यूनिवर्सिटी का फरमान, महिलाओं के स्कार्फ पहनने पर लगाई रोक

विश्वविद्यालय के इस फैसले के बाद से इसका आलोचना होनी शुरू हो गई है. एएनआई के अनुसार ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब किसी विश्वविद्यालय ने महिलाओं के स्कार्फ पहनने पर रोक लगाई है.

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प्रतीकात्मक फोटो (फोटो साभार- getty images)
प्रतीकात्मक फोटो (फोटो साभार- getty images)

मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी ने महिलाओं के स्कार्फ ना पहनने का फरमान जारी किया है. दरअसल विश्वविद्यालय ने चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगाया है, जिससे महिलाएं मुंह ढकने के लिए स्कार्फ या दुपट्टे का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगी. विश्वविद्यालय ने यह फैसला अवांछित तत्वों को कैंपस में प्रवेश से रोकने के लिए लिया है.

हालांकि विश्वविद्यालय के इस फैसले के बाद से इसका आलोचना होनी शुरू हो गई है. एएनआई के अनुसार ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब किसी विश्वविद्यालय ने महिलाओं के स्कार्फ पहनने पर रोक लगाई है. वहीं संस्थान के प्रोक्टोरियल बोर्ड का कहना है कि यह एक आवश्यक कदम है क्योंकि कॉलेज कैंपस में अवांछित लोगों के प्रवेश से माहौल खराब हो रहा था.

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वहीं कॉलेज प्रशासन का दावा है कि पहले कुछ अनजान लोग कॉलेज परिसर में पकड़े गए थे और जब उनसे पूछा गया तो वो अपना आईडी कार्ड नहीं दिखा पाए थे. उन्होंने बताया कि चेहरा ढक कर आने वाली महिलाओं के बारे में यह पता लगाना बेहद मुश्किल हो जाता है कि वे कॉलेज छात्रा हैं या फिर बाहरी, जिसके कारण यह कदम उठाना पड़ा है.

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चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की चीफ प्रॉक्टर अल्का चौधरी ने इस कदम की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, कैंपस में बड़ी तादाद में बाहरी लड़कियों की मौजूदगी रहती है. अभी तक नए सत्र में क्लास भी शुरू नहीं हुए हैं, लेकिन कैंपस में बड़ी तादाद में अज्ञात छात्रों को घूमते हुए देखा जा सकता है. फिलहाल तो ऐसे लोगों को चेतावनी देकर छोड़ दिया जा रहा है, लेकिन यदि इस तरह की घटनाएं बढ़ीं तो पुलिस को इसकी सूचना दी जाएगी.'

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