scorecardresearch
 

दृष्टिहीन हैं प्राची, IIM में एडमिशन लेकर पेश की मिसाल...

कहते है जिसे खुद पर भरोसा होता है, वह अपने जीवन में वह सब हासिल कर सकता है जो वह चाहता है. 21 साल की प्राची सुखवानी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. आप भी जानें कभी ना हार मानने वाली इस लड़की की कहानी.  

Advertisement
X
 Prachi Sukhwani
Prachi Sukhwani

जो सच में सफल होना चाहते हैं, वे कभी कमजोर नहीं पड़ते.ऐसी ही कहानी है कभी ना हार मानने वाली प्राची सुखवानी की. जब वो 3 साल की थी, तभी से जेनेटिक डिर्साडर के चलते आंखों की रोशनी खोने लगी थी. लेकिन उन्‍होंने कभी अपनी इस कमजोरी को सपने के आड़े  नहीं आने दिया.

इंद्रा नूयी की सफलता आपको भी दे सकती है प्रेरणा...

प्राची का सपना था कि वह देश के सबसे टॉप मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट आईआईएम अहमदाबाद में दाखिला ले. हालांकि सपना तो देख लिया पर इस पूरा करना लगभग नामुमकिन था. पर सच्ची लगन और सपने को पूरा करने की जिद ने वो कर दिखाया जिसकी उम्मीद कोई नहीं कर सकता.

नंबर 1 बनना है तो जानिए दीपिका पादुकोण का सक्‍सेस सीक्रेट

आंखों की रोशनी ना होने के बावजूद भी अपनी ताबड़तोड़ मेहनत के जरिए आखिरकार दुनियाभर में प्रतिष्ठित भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद(IIM) में दाखिला लेने में उसे सफलता मिली.

Advertisement

प्राची जैसी साधारण लड़की अब उन करोड़ों लोगो के लिए मिसाल है, जिन्हें लगता है कि वह आम लोगों से अलग हैं.साथ ही प्राची ने समाज को करारा जवाब देते हुए साबित किया कि उसके जैसे कई लोग भले ही आम लोगों की तरह ना हों लेकिन वह वो सब कर सकते हैं जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती . हौसले की मिसाल प्राची का एक और सपना है कि वह दृष्टीहीन लोगों के लिए एक एनजीओ खोलें.

 

Advertisement
Advertisement