कंपनी सेक्रेटरी (Company Secretary) यानी कंपनी सचिव के कोर्स को लेकर छात्रों में काफी क्रेज है. होगा भी क्यों नहीं जब इस कोर्स को करने के बाद किसी कंपनी का सम्मानजनक पद जो हासिल किया जा सकता है. इसमें आपको कंपनी और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के बीच सामंजस्य बैठाते हुए कंपनी का बेहतरीन संचालन जो करना होता है. इतना ही नहीं कंपनी और शेयर होल्डर्स, सरकार के साथ-साथ रेग्यूलेटरी अथॉरिटी के बीच भी तालमेल बना के रखना होता है.
कंपनी में पद पाने के बाद कंपनी सेक्रेटरी का यह भी काम होता है कि वह कंपनी डायरेक्टर और चेयरमैन को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में ध्यान दिलाते रहे ताकि कंपनी में काम का अच्छा वातावरण बना रहे और कंपनी ग्रो कर सके. सीधे शब्दों में कहें तो कंपनी सेक्रेटरी का काम नियम-कानूनों, प्रक्रियाओं का कठोरता से पालन कराना भी है.
एक कंपनी सेक्रेटरी को कंपनी से संबंधित समय-समय पर आ रहे नियम-कानूनों में बदलाव के बारे में जानकारी होना जरूरी होता है. इतना ही नहीं CS में सफलता के लिए व्यक्ति की कम्यूनिकेशन स्किल बहुत अच्छी होनी चाहिए.
कैसे करें कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स: कंपनी सेक्रेटरी बनने के लिए तीन स्तर पर परीक्षा पास करनी होती है- (i) फाउंडेशन (ii) एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम (iii) प्रोफेशनल प्रोग्राम. दूसरी स्टेज पार करने के बाद आपको प्रैक्टिकल ट्रैनिंग करनी जरूरी होती है.
अगर आप 12वीं के बाद कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स करना चाहते हैं तो पहले फाउंडेशन कोर्स पास करना होगा. 12वीं किसी भी स्ट्रीम (विषय) से हो सकती है. फाउंडेशन कोर्स 8 महीने का होता है. फाउंडेशन कोर्स के बाद आप एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं. इसके बाद प्रोफेशनल प्रोग्राम. अगर आप पहले से ग्रेजुएट हैं और कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स करना चाहते हैं तो आप सीधे एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं. इसके बाद आपको प्रोफेशनल प्रोग्राम और प्रैक्टिकल ट्रैनिंग करनी होगी. प्रोफेशनल प्रोग्राम करने के बाद आप ICSI (Institute of Company Secretaries of India) के एसोसिएट मेंबर बन जाते हैं.
कैसे करें कंपनी सेक्रेटरी के एग्जाम की तैयारी: कंपनी सेक्रेटरी के एग्जाम में सब कुछ सिलेबस के अंदर से ही आता है. बेहतर तैयारी के लिए नोट्स बना सकते हैं. हर टॉपिक का कांसेप्ट क्लियर होना चाहिए.