सेंट्रल बोर्ड ऑफ सकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने स्टूडेंट्स के 10 वीं के सर्टिफिकेट में अब जाति का भी ऑप्शन होगा. सीबीएसई ने हाल ही में ये फैसला किया है. हालांकि इसे इसे भरना जरूरी नहीं है. सर्टिफिकेट में जाति बताने के लिए एक अलग से कॉलम होगा, जिसमें जो स्टूडेंट्स चाहेंगे वे अपनी जाति लिख सकते हैं.
CBSE के चेयरपर्सन विनीत जोशी ने कहा है, 'कुछ स्कूलों की ओर से यह मांग की गई थी कि रजिस्ट्रेशन फॉर्म में इस कॉलम को भी जोड़ा जाए, केरल के स्कूलों ने भी यह मांग उठाई थी.' उन्होंने ये भी कहा कि स्टूडेंट्स इसे कास्ट सर्टिफिकेट समझने की भूल न करें'
CBSE के इस कदम का विरोध कई अभिभावक भी कर रहे हैं. उनका मानना है कि आधुनिक जमाने में सोसाइटी जातिमुक्त होने जा रही है, वहीं CBSE एक साथ पढ़ने वाले स्टूडेंट्स में जातिगत भावना भरने में जुटी है.