संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु के बेटे गालिब गुरु ने हायर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा विशेष योग्यता के साथ पास की. परीक्षा का आयोजन जम्मू-कश्मीर बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (बीओएसई) ने करवाया था और गुरुवार को परीक्षा के नतीजे घोषित किए गए. गालिब को परीक्षा में 88.2 फीसदी अंक हासिल हुए हैं.
परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों के मुकाबले अधिक है. सोशल मीडिया पर 17 वर्षीय गालिब के लिए बधाईयों का तांता लग गया है. बारामूला जिले के सोपोर कस्बे में स्थित उसके घर पर दोस्तों और परिजनों की कतारें लग गई हैं और लोग लगातार गालिब को बधाई दे रहे हैं.

विपक्षी दल नेशनल कॉन्फ्रेंस की प्रवक्ता सराह हयात ने एक ट्वीट में कहा, 'बढ़िया अंकों के साथ बारहवीं की परीक्षा पास करने के लिए गालिब अफजल गुरु को बधाई, भविष्य के लिए शुभकामनाएं.’
A big shoutout to Ghalib Afzal Guroo on clearing his 12th class exams with flying colours- 441 marks 👏👏. Ghalib has definitely proven "When the going gets tough, the tough get going". All the best for the future endeavours! Rise and shine! pic.twitter.com/09zhvlf0tA
— Sarah Hayat Shah (@SaraHayatShah) January 11, 2018
10वीं में किया था टॉप
गालिब गुरु ने जम्मू-कश्मीर बोर्ड में 10वीं की परीक्षा में 95 फीसदी नंबर हासिल किए थे. बोर्ड की ओर से जारी नतीजों में उसने 500 में 475 हासिल किए थे. गालिब ने अंग्रेजी, मैथ्स, सोशल साइंस और उर्दू से परीक्षा दी थी, उसे सभी विषयों में ए वन ग्रेड मिले. हालांकि, इस परीक्षा का टॉपर ताबिश मंजूर है, जिसने 99.6 प्रतिशत नंबर हासिल किए थे.
डॉक्टर बनने की चाह
आपको बता दें कि अफजल गुरु को फांसी के बाद उनकी पत्नी तबस्सुम ने कहा था अब हमारा परिवार शांति के साथ बाकी जिंदगी जीना चाहता हैं. उस समय छोटे से गालिब ने कहा था वह डॉक्टर बनना चाहता है. उसने बताया था कि वह जब तिहाड़ जेल में अपने पिता से मिलने गया था तब उन्होंने उसे साइंस की किताब और एक पेन दिया था.
उत्तरी कश्मीर में सोपोर के रहने वाले गालिब गुरु की मां तब्बसुम ने उसकी पढ़ाई में कभी कोई कसर नहीं रखी. बताया जाता है कि वह चाहती हैं कि गालिब एक अच्छा इंसान बन नाम रोशन करे. उसके पिता अफजल गुरु ने मेडिकल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ सिविल सर्विसेज की तैयारी की थी.