scorecardresearch
 

जन्मदिन विशेष: अपने साथ इस्तीफा लेकर घूमते थे पूर्व राष्ट्रपति कलाम

पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम प्रेरणादायक व्यक्ति थे. उन्होंने अपने जीवन में कई ऐसे काम किए थे, जो आज भी हमारे लिए प्रेरणादास्पद हैं. उनकी जिंदगी से जुड़े कई अहम किस्से हैं, जो हमारा हमेशा मार्गदर्शन करते हैं. आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ प्रेरणादायक प्रसंग...

Advertisement
X
अब्दुल कलाम (फोटो- www.abdulkalam.com)
अब्दुल कलाम (फोटो- www.abdulkalam.com)

पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम प्रेरणादायक व्यक्ति थे. उन्होंने अपने जीवन में कई ऐसे काम किए थे, जो आज भी हमारे लिए प्रेरणादास्पद हैं. उनकी जिंदगी से जुड़े कई अहम किस्से हैं, जो हमारा हमेशा मार्गदर्शन करते हैं. आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ प्रेरणादायक प्रसंग...

अब्दुल कलाम ना सिर्फ अच्छे वैज्ञानिक थे, बल्कि बहुत अच्छे इंसान भी थे. सभी को साथ लेकर चलने वाले कलाम साहब जानवरों से भी उतना ही प्यार करते हैं, जितना इंसानों से करते हैं. एक बार डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) में उनकी टीम बिल्डिंग की सुरक्षा को लेकर चर्चा कर रही थी. टीम ने सुझाव दिया कि बिल्डिंग की दीवार पर कांच के टुकड़े लगा देने चाहिए. लेकिन डॉ कलाम ने टीम के इस सुझाव को ठुकरा दिया और कहा कि अगर हम ऐसा करेंगे तो इस दीवार पर पक्षी नहीं बैठेंगे.

Advertisement

इस्तीफा रखते थे साथ

डीआरडीओ के पूर्व चीफ की मानें तो 'अग्नि' मिसाइल के टेस्ट के समय कलाम काफी नर्वस थे. उन दिनों वो अपना इस्तीफा अपने साथ लिए घूमते थे. उनका कहना था कि अगर कुछ भी गलत हुआ तो वो इसकी जिम्मेदारी लेंगे और अपना पद छोड़ देंगे.

डीआरडीओ में काम का काफी दवाब रहता था. एक बार साथ में काम करने वाला एक वैज्ञानिक उनके पास आया और बोला कि उसे समय से पहले घर जाना है. दरअसल वैज्ञानिक को अपने बच्चों को प्रदर्शनी दिखानी थी. डॉ कलाम ने उसे अनुमति दे दी. लेकिन काम के चक्कर में वह भूल गया कि उसे जल्दी घर जाना है. बाद में उसे बड़ा बुरा लगा कि वो अपने बच्चों को प्रदर्शनी दिखाने नहीं ले जा सका. जब वह घर गया तो पता चला कि कलाम के कहने पर मैनेजर उसके बच्चों को प्रदर्शनी दिखाने ले जा चुका था.

1 करोड़ 70 लाख युवाओं से की थी मुलाकात

एक बार कुछ नौजवानों ने डॉ कलाम से मिलने की इच्छा जताई. इसके लिए उन्होंने उनके ऑफिस में एक पत्र लिखा. कलाम ने राष्ट्रपति भवन के पर्सनल चैंबर में उन युवाओं से न सिर्फ मुलाकात की बल्कि काफी समय उनके साथ गुजार कर उनके आइडियाज भी सुनें. आपको बता दें कि डॉ कलाम ने पूरे भारत में घूमकर करीब 1 करोड़ 70 लाख युवाओं से मुलाकात की थी.

Advertisement

साहस पर डॉ कलाम ने अपनी एक किताब में एक घटना का जिक्र किया है. उन्होंने लिखा है कि जब वो SU-30 MKI एयर क्राफ्ट उड़ा रहे थे तो एयर क्राफ्ट के नीचे उतरने पर कई नौजवान और मीडिया के लोग उनसे बातें करने लगे. एक ने कहा कि आपको 74 साल की उम्र में सुपरसोनिक फाइटर एयरक्राफ्ट चलाने में डर नहीं लगा? इस पर डॉ कलाम का जवाब था, '40 मिनट की फ्लाइट के दौरान मैं यंत्रों को कंट्रोल करने में व्यस्त रहा और इस दौरान मैंने डर को अपने अंदर आने का समय ही नहीं दिया.

Advertisement
Advertisement