भारतीय कर्मचारी ऑफिस में बड़ी संख्या में दबंगई के शिकार होते है. ज्यादातर कर्मचारी बॉस या सहयोगियों द्वारा गलत आरोप लगाए जाने या फिर निरंतर आलोचना के शिकार होते हैं. यह बात एक सर्वे में सामने आई है.
नौकरी से जुड़े पोर्टल करियरबिल्डर डॉट इन के सर्वेक्षण के मुताबिक करीब 55 फीसदी भारतीय कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें ऑफिस में धमकाया जाता है या दबंगई का सामना करना पड़ता है.
कर्मचारियों ने अधिकारियों की दबंगई के दो सबसे आम तरीके बताए. 33 फीसदी कर्मचारियों ने कहा कि उन पर ऐसे झूठे आरोप लगाए जाते हैं जो उन्होंने किए ही नहीं. इसके बाद ऑफिस में उपेक्षा किए जाने के आरोप हैं. 32 फीसदी कर्मचारियों का कहना है कि उनकी बातों को या तो खारिज कर दिया जाता है या फिर नकार दिया जाता है.
इसके अलावा 31 फीसदी कर्मचारियों ने कहा कि बॉस या सहयोगी निरंतर उनकी आलोचना करते हैं जबकि 29 फीसदी ने कहा कि उन्हें जानबूझ कर परियोजना या बैठकों से दूर रखा जाता है.
सर्वेक्षण में कहा गया कि 40 फीसदी से अधिक कर्मचारियों ने कहा वे ऐसी घटनाओं के बारे में मानव संसाधन विभाग को नहीं बताते और 81 फीसद कर्मचारियों ने कहा कि वे अलग-अलग तरीके से धौंस देने वाले अधिकारियों का सामना खुद करते हैं.
करियरबिल्डर की उपाध्यक्ष (मानव संसाधन) रोजमेरी हैफ्नेर ने कहा ‘यहां याद रखना महत्वपूर्ण है कि दबंगई किसी संस्थान में हर जाति, शैक्षणिक योग्यता, उम्र, आय और पद के कर्मचरियां को प्रभावित करती है.