केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2014-15 के लिए आम बजट पेश करते हुए देश में 4 नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) स्थापित करने की घोषणा की. जेटली ने इसके लिए 500 करोड़ रुपये कॉर्पस निधि की घोषणा की.
जेटली ने अपने बजट भाषण में कहा, 'आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र के विदर्भ और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में एम्स जैसे संस्थान खोलने की योजना पर विचार किया जा रहा है.'
जेटली ने नरेंद्र मोदी सरकार का पहला आम बजट पेश करते हुए कहा, 'हम चार नए एम्स की स्थापना का प्रस्ताव रखते हैं और इसके लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव है. चार नए एम्स आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र के विदर्भ और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में खोले जाएंगे.'
उन्होंने कहा, 'यह संतोष का विषय है कि जोधपुर, भोपाल, पटना, ऋषिकेश, भुवनेश्वर और रायपुर में स्थापित सभी छह एम्स काम करने लगे हैं.'
उन्होंने कहा, 'मैं इसके लिए 500 रुपये की धनराशि प्रस्ताव करता हूं.'
गौरतलब है कि देशभर में एम्स जैसे संस्थान खोले जाने के प्रस्ताव को मनमोहन सिंह की सरकार ने 2006 में मंजूरी दी थी. भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने 2003 में इसका प्रस्ताव रखा था.
एम्स उत्तर भारत के सर्वश्रेष्ठ सरकारी अस्पताल के तौर पर उभरा है, जिसमें 1,800 बिस्तर हैं. यह प्रतिदिन लगभग 9,000 लोगों का उपचार करता है.
बता दें एम्स सबसे पहले देश की राजधानी दिल्ली में खोला गया था. यह साल 1956 में शुरू हुआ था.