संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सर्विसेज फाइनल परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए हैं. इस परीक्षा में जयपुर के रहने वाले कनिष्क कटारिया ने पहला स्थान हासिल किया है. यूपीएससी की इस अहम परीक्षा को पास करने से पहले कटारिया आईआईटी में पढ़ाई भी कर चुके हैं. जानते हैं कनिष्क से जुड़ी कई बातें..
26 साल के कनिष्क कटारिया आईआईटी मुंबई से पढ़ाई कर चुके हैं. आईआईटी से पढ़ाई के बाद कनिष्क ने दक्षिण कोरिया और बंगलुरु में नौकरी की. उसके बाद साल 2017 मार्च में वो जयपुर आए और सिविल सर्विसेज की परीक्षा में जुट गए. मैथ्स सब्जेक्ट से आईएएस करने वाले कनिष्क ने आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस से पढ़ाई की थी.
कनिष्क कटारिया ने आजतक को बताया कि आईआईटी मुंबई से पढ़ाई करने के बाद सोच रहे थे कि विदेश में नौकरी किया जाए, इसीलिए बाहर गए थे लेकिन बाहर जाकर देखा कि अपना देश सबसे अच्छा है और यहां पर रखकर हम बेहतर ढंग से लोगों की सेवा कर सकते हैं. बता दें कि कनिष्क ने पहले अटेंप्ट में ही यह कारनामा कर दिखाया है.
कनिष्क के अनुसार, घर में प्रशासनिक सेवा का माहौल था. उनके ताऊजी भी आईएएस हैं. ऐसे में लगा कि आईएएस बन कर हम लोगों की सेवा कर सकते हैं. उन्होंने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने सिविल सर्विसेज की पढ़ाई के लिए कोचिंग नहीं की थी और सेफ्ल स्टडी के दम पर यह मुकाम हासिल किया है.
गणेश के पिता सांवर लाल वर्मा राजस्थान में सीनियर आईएएस के पद पर हैं और फिलहाल समाज कल्याण विभाग के निदेशक हैं. पिता का कहना है कि बेटा शुरू से ही पढ़ने में अच्छा था, हमने सिर्फ गाइडेंस की और वह पढ़ाई करता चला गया. वहीं मां सुमन कटारिया कहती हैं कि यह अन्य बच्चों की तरह ही था. हमने इसके लिए कभी कोई मेहनत नहीं की, लेकिन खुद में पढ़ने की लगन थी.
बता दें कि वहीं भोपाल से बीई (केमिकल इंजीनियरिंग) की पढ़ाई करने वाली सृष्टि देशमुख महिला अभ्यर्थियों में शीर्ष पर हैं. इस बार फाइनल रिजल्ट में 759 परीक्षार्थी परीक्षा पास करने में कामयाब हुए. इनमें जनरल कैटेगरी के 361, ओबीसी के 209, एससी के 128 और एसटी के 61 परीक्षार्थी शामिल हैं. इस बार शीर्ष 25 में 15 पुरुष परीक्षार्थी और 10 महिला परीक्षार्थी का नाम शामिल है.