मशहूर पत्रिका फॉर्च्यून ने भारत में जन्मी पेप्सिको की मुख्य कार्यकारी अधिकारी इंद्रा नूई को दुनिया की सबसे ताकतवर कारोबारी महिलाओं की 2014 की लिस्ट में तीसरे स्थान पर रखा है. नूई चेन्नई में पैदा हुई थीं. उन्होंने प्राइमरी एजुकेशन होली एन्जिल्स एंग्लो इंडियन हायर सेकेंडरी स्कूल मद्रास से ली. इसके बाद उन्होंने 1974 में मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स में ग्रेजुएशन किया और भारतीय प्रबंध संस्थान, कलकत्ता (IIM- Calcutta) से 1976 में पीजी किया.
नैना लाल किदवई पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और भारत की एचएसबीसी बैंक प्रमुख हैं. नैना ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से इकनॉमिक्स में बैचलर डिग्री लेने के बाद चार्टर्ड अकाउंटेंसी का कोर्स किया. उन्होंने हॉर्वर्ड बिजनेस स्कूल से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया है. नैना का मानना है कि जब मुश्किलें बढ़ने लगें तो सोचो-समझो और ऊपर उठकर फिर से कोशिश करो. मशहूर पत्रिका फॉर्च्यून ने दुनिया की सबसे ताकतवर कारोबारी महिलाओं की 2104 की लिस्ट में एचएसबीसी की नैना लाल किदवई को शामिल गया है.
किरण मजूमदार शॉ एक व्यवसायी, टेक्नोक्रेट और बायोकॉन की फाउंडर हैं. किरण बायोकॉन लिमिटेड की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक और सिनजीन इंटरनेशनल लिमिटेड और क्लिनिजीन इंटरनेशनल लिमिटेड की अध्यक्ष भी हैं. बेंगलुरू में जन्मीं, किरण मजूमदार शॉ ने बंगलौर विश्वविद्यालय से बीएससी जूलॉजी ऑनर्स किया . उसके बाद उन्होंने मॉल्टिंग और ब्रूइंग पर मेलबर्न यूनिवर्सिटी के बैलेरैट कॉलेज से ग्रेजुएशन किया.
वर्तमान में आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर ने 1984 में बतौर ट्रेनी काम करना शुरू किया था. सिर्फ 10 वर्ष के भीतर ही 1994 में कोचर कंपनी में एजीएम पद पर पहुंच गईं. 2009 में बैंक की सीईओ और एमडी बनीं. उन्होंने एमबीए एवं कॉस्ट एकाउंटेंसी की है.
2.3 बिलियन अमेरिकन डॉलर की मालकिन इंदु जैन मीडिया ग्रुप बेनेट कोलमैन ऐंड कंपनी की चेयरपर्सन हैं. उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से हिंदी साहित्य में एम ए किया था. भारत के अरबपतियों में उनका स्थान 29वां है.
सिमोन टाटा नी डुनोयर, ट्रेंट लिमिटेड की प्रेजिडेंट और एक भारतीय व्यवसायी हैं. फ्रांस में जन्मी और स्विट्जरलैंड में पढ़ाई करने वाली सिमोन 1955 में भारत आ गईं और उन्होंने 1961 में बतौर मैनेजिंग डायरेक्टर टाटा ऑयल मिल्स की छोटी कंपनी लैक्मे को ज्वॉइन किया. लैक्मे में रहते हुए उन्होंने काफी सफलता मिली और 1982 में वो चेयरपर्सन बन गईं. यह सिमोन की मेहनत का ही नतीजा था कि लैक्मे भारत की प्रमुख कॉस्मेटिक कंपनियों में से एक बन गई. रिटेल सेक्टर की ग्रोथ को देखते हुए 1996 में टाटा ने लैक्मे को हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड को बेच दिया और इस डील से जो पैसे मिले उससे उन्होंने ट्रेंट नाम की एक कंपनी खोल ली. वेस्टसाइड ब्रांड ट्रेंट कंपनी का ही है. सिमोन स्वर्गीय नवल टाटा की पत्नी और टाटा के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा की सौतेली मां हैं.
नीलम धवन एचपी इंडिया की वाइस प्रेजिडेंट, जनरल मैनेजर (एंटरप्राइज ग्रुप) और कंट्री मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. उन्होंने साल 2008 में एचपी इंडिया जॉइन किया. वह कंपनी की सॉफ्टवेयर इंजिनियरिंग, रिसर्च और आईटी सर्विसेज़ को हेड करती हैं.
सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी भारतीय महिला उद्यमी हैं. वर्तमान में वे काइनेटिक मोटर कंपनी लिमिटेड और काइनेटिक इंजीनियरिंग लिमिटेड की संयुक्त प्रबंध निदेशक हैं. वे काइनेटिक की रणनीति, बिक्री, विपणन और वित्त गतिविधियों से जुड़ी हुई हैं. उन्होंने पिट्सबर्ग में प्रतिष्ठित कारनेगी मेलॉन विश्वविद्यालय से एमबीए किया है.
प्रिया पॉल एपीजे सुरेन्द्र पार्क होटल्स की चेयरपर्सन है. ब्रिटेन स्थित उद्योगपति लॉर्ड स्वराजपॉल की रिश्तेदार प्रियापॉल अमेरिका से अर्थशास्त्र की स्नातक हैं और वह भारतीय होटल संघ की अध्यक्ष भी हैं.
मल्लिका श्रीनिवासन दक्षिण भारत के 70 साल पुराने बहुप्रतिष्ठित अमलगमेशंस ग्रुप की कंपनी टैफे की वर्तमान चेयरपर्सन-सीईओ हैं. उन्होंने व्हॉर्टन स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए किया है. इन्हें 2014 में पद्मश्री सम्मान मिला और एशिया की 50 पावरफुल बिजनेस वुमन में शुमार हैं.