विशेषज्ञों का कहना है कि प्राइवेट स्कूलों को जिन तीन चीजों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, वे हैं - SSSA (राज्य स्कूल मानक प्राधिकरण) एक लाइसेंसिंग प्राधिकरण के रूप में.
प्राइवेट स्कूलों में मल्टीमॉडल लर्निंग से ज्यादा किताबों पर छात्रों का ध्यान केंद्रित किया जाए और बहुभाषावाद पर बहुत अधिक ध्यान दिया जाए.