आज ही के दिन 23 जून 1980 को भारत
की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय
गांधी का विमान दुर्घटना में निधन हो गया था. इस विमान हादसे ने हर शख्स को दहला दिया. विमान हादसे का शिकार होने वालों में संजय गांधी अकेले नहीं हैं. देश की कई हस्तियों ने हेलिकॉप्टर या विमान हादसे में जान गंवाई. वहीं कई बाल-बाल बचे भी.
23 जून 1980 की सुबह 7 बजकर 58 मिनट पर सफेद
और लाल धारियों वाला 'पिट्स एस 2ए' विमान उड़ान
के लिए तैयार था. टू सीटर विमान में फ्लाइंग क्लब
के चीफ इन्स्ट्रक्टर सुभाष सक्सेना को साथ लेकर
संजय आसमान की ऊंचाई को छूने निकल पड़े. इससे पहले विमान आसमान की ऊंचाई छूता, उससे
पहले ही संजय ने विमान को गोल- गोल घूमाना शुरू
कर दिया. विमान तेजी से धरती की ओर आता फिर
ऊपर की ओर चला जाता. संजय विमान को खतरनाक
निचाई पर लाकर गोते खिलाने लगे थे. उनके ऊपर
उस दिन रोमांच की चाह कुछ ज्यादा ही थी. जिस
वजह से उन्हें कुछ पल के रोमांच की कीमत जान
देकर चुकानी पड़ी.
कांग्रेस के अग्रणी नेताओं में गिने जाने वाले माधवराव सिंधिया भी सितंबर 2001 में विमान हादसे का शिकार होकर दुनिया से विदा हो गए. घटनाक्रम के अनुसार वो कांग्रेस की एक रैली को संबोधित करने कानपुर जा रहे थे. उसी दौरान मैनपुरी ज़िले में उनका छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और माधवराव सिंधिया की मौत हो गई है. विमान में पांच पत्रकार भी बैठे थे.
बता दें कि बलवंत राय मेहता ही देश के एक
मात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो दुश्मन देश के हाथों मारे गए. 19 सितबंर 1965
को भारत-पाकिस्तान सीमा के पास कच्छ के रण में जब उनका हेलिकॉप्टर उड़ रहा
था, पाकिस्तान एयरफोर्स के पायलट ने उसे मार गिराया. इस हमले में मेहता सहित सात लोगों की मौत हो गई.मेहता के साथ उनकी पत्नी सरोज बेन, स्टाफ के तीन सदस्य, एक पत्रकार और दो क्रू मेंबर भी शामिल थे.
भारत में न्यूक्लियर पावर के जनक कहे जाने वाले होमी जहांगीर भाभा की मौत भी एक विमान हादसे में हुई. 24 जनवरी 1966 को होमी जहांगीर भाभा एअर इंडिया के फ्लाइट नंबर 101 से सफर कर रहे थे. मुंबई से न्यूयॉर्क जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 707 विमान माउंट ब्लैंक पहाड़ियों के पास हादसे का शिकार हो गया. इस हादसे में होमी जहांगीर भाभा समेत विमान में सवार सभी 117 यात्रियों की मौत हो गई थी.
बुधवार, 02 सितंबर 2009 के दिन आंध्रप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी का हेलिकॉप्टर लापता हुआ था. पहले लोग उम्मीद करते रहे कि कहीं सुरक्षित उतर गया होगा. वक्त गुजरने के साथ ही लोगों को उम्मीद थी कि अगर हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो भी गया है तो शायद मुख्यमंत्री सुरक्षित होंगे. लेकिन बाद में सामने आया कि हादसे में सभी की मौत हो गई.
वहीं विमान हादसे में कई हस्तियां बाल-बाल बची भी हैं. साल 1977 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई विमान हादसे में बाल बाल बचे थे. वहीं साल 2001 में भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम रांची के पास हादसे से बचे थे.
साल 2003 में उद्योगपति विजय माल्या का हेलिकॉप्टर भी दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. उड़ान के दौरान पाइलट का हेलिकॉप्टर पर से कोई नियंत्रण नहीं रहा था. लेकिन उनकी जान बच गई. इसी तरह साल 2006 में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की जान भी हादसे में बच गई थी.