सब्र का फल मीठा होता है, ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी. लेकिन इस भागती-दौड़ती जिंदगी में सब्र कम ही लोगों के भीतर होता है. आज हम आपको रवि जैन के बारे में बताने जा रहे हैं. जिन्होंने लंबे समय के बाद देश की सबसे मुश्किल परीक्षा UPSC को क्लियर कर लिया है. इसी के साथ नौवीं रैंक भी हासिल की है.
फोटो- रवि जैन
रवि जैन एक बिजनेस फैमिली से ताल्लुक रखते हैं. वह मूल रूप से झारखंड के देवघर के रहने वाले हैं. वर्तमान में वह सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के सहायक कर आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं, अभी उनकी पोस्टिंग जमुई में है.
फोटो- रवि जैन
रवि की शुरुआती पढ़ाई देवघर के सेंट फ्रांसिस स्कूल से हुई है. नोएडा स्थित एमेटी इंटरनेशनल स्कूल से ग्रेजुएशन और नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग की डिग्री ली. जिसके बाद वह 'Bechtel India Limited' कंपनी में सेलेक्ट हो गए. जहां उन्होंने तीन साल काम किया.
फोटो- रवि जैन
कैसे आया UPSC परीक्षा देने का ख्याल
"2015 में Bechtel India Limited के साथ काम करने के दौरान रवि जैन को एहसास हुआ कि इस नौकरी के अलावा उनके जीवन में कोई खास मकसद नहीं है. सिर्फ यहां से अच्छी सैलरी ही मिल रही है. जिसके बाद उन्होंने अपनी तीन साल पुरानी नौकरी को छोड़ दिया और यूपीएससी की तैयारी में लग गए.
रवि ने एक न्यूज वेबसाइट को बताया, वह हमेशा से ही एक IAS ऑफिसर बनना
चाहते थे. लेकिन शुरुआत में नौकरी के कारण ये सपना पूरा नहीं कर सके.
आपको बता दें, यूपीएससी परीक्षा रवि के लिए पास करना आसान नहीं था. इसके
लिए उन्हें तीन साल सब्र करना पड़ा. अपने लक्ष्य के दौरान उन्हें असफलता का
मुंह भी देखना पड़ा था. वह UPSC की मुख्य परीक्षा दो बार पास करने में
असफल रहे हैं. जिसके कारण उनका मोटिवेशन नीचे गिर गया था. जब वह UPSC
2019 में मुख्य परीक्षा पास करने में सफल रहे थे तब उनकी खुशी का ठिकाना
नहीं था.
अपने इंटरव्यू को याद करते हुए रवि ने बताया, मुझसे पूछा गया था- 'सरकार का कौन सा स्तंभ इस समय कुशलता से काम कर रहा है?
इस सवाल के जवाब में रवि ने कहा, सरकार का हर स्तंभ कुशलता से काम करता है, लेकिन मेरा जवाब कार्यकारी (executive) है.
दो बार इंटरव्यू के मौके गंवाने के बाद भी रवि ने हार नहीं मानी थी. पिछले
साल प्रीलिम्स परीक्षा पास करने के बाद उन्हें पूरा विश्वास था कि
परीक्षा में सफलता हासिल कर लेंगे, लेकिन टॉप -10 में जगह बनाएंगे, इसका
उन्हें अंदाजा नहीं था. बता दें, वह बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC)
परीक्षा में शामिल हुए थे, ये भी परीक्षा भी उन्होंने पिछले साल पास कर
ली थी. जिसके बाद टैक्स डिपार्टमेंट के सहायक कर आयुक्त के पद पर कार्यरत
हैं.
दिलचस्प बात यह है कि जिस दिन यूपीएससी का रिजल्ट आया वह जमुई में फिर से
ऑफिस जॉइन करने के लिए गए थे. क्योंकि उन्होंने यूपीएससी इंटरव्यू के लिए
छुट्टी ली थी. उन्हें अपने परिणाम के बारे में पता वहीं चला. जिसके बाद
जानकारी घरवालों को दी.
रवि के पिता अशोक जैन एक व्यापारी हैं, जो खाद्यान्न का कारोबार करते हैं और माता मंगला देवी एक गृहिणी हैं.