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UKSSSC Tentative Exam Schedule: उत्तराखंड में खाली पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू, इस तारीख से हो सकते हैं एग्जाम

UKSSSC द्वारा जारी किए गए परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार, 21 अक्टूबर 2024 से 10 सितंबर 2025 तक विभिन्न पदों के लिए परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा. आयोग समय-समय पर विज्ञप्ति जारी करेगा ताकि उम्मीदवार परीक्षा से संबंधित सूचनाएं प्राप्त कर सकें और अपने अनुसार तैयारी कर सकें.

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प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

उत्तराखंड राज्य में विभिन्न सरकारी विभागों में लंबे समय से खाली पड़े पदों को भरने के लिए राज्य सरकार ने अधियाचन प्रक्रिया को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है. इस पहल के तहत उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) को विभिन्न विभागों से अधियाचन प्राप्त हो रहे हैं. आयोग ने इन अधियाचनों के आधार पर आगामी परीक्षाओं के संभावित तिथियों की घोषणा कर दी है. 

परीक्षा तिथियों की घोषणा
UKSSSC द्वारा जारी किए गए परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार, 21 अक्टूबर 2024 से 10 सितंबर 2025 तक विभिन्न पदों के लिए परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा. आयोग समय-समय पर विज्ञप्ति जारी करेगा ताकि उम्मीदवार परीक्षा से संबंधित सूचनाएं प्राप्त कर सकें और अपने अनुसार तैयारी कर सकें. 

पदों की जानकारी
इस प्रक्रिया के अंतर्गत, यूकेएसएसएससी ने गृह, स्वास्थ्य, पुलिस, वन, जनजाति कल्याण, परिवहन और अन्य विभागों में खाली पड़े करीब 4958 पदों को भरने के लिए अधियाचन प्राप्त किए हैं. इसमें सहायक कृषि अधिकारी, रेडियो तकनीकी सेवा, कनिष्ठ अभियंता, प्राथमिक शिक्षक, आरक्षी (कांस्टेबल), वन आरक्षी जैसे विभिन्न पद शामिल हैं. 

परीक्षा आयोजन और संभावित बदलाव
घोषित परीक्षा तिथियों के अनुसार, इन परीक्षाओं का आयोजन अक्टूबर 2024 से शुरू होकर सितंबर 2025 तक चलेगा. आयोग ने यह भी कहा है कि परीक्षा की तिथियां संभावित हैं और आवश्यकतानुसार इनमें परिवर्तन किया जा सकता है. यह प्रक्रिया विभिन्न सरकारी विभागों में आवश्यकतानुसार भर्ती करने के उद्देश्य से की जा रही है. 

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उम्मीदवारों के लिए दिशानिर्देश
उम्मीदवारों को यह सलाह दी गई है कि वे समय-समय पर यूकेएसएसएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर परीक्षा संबंधित अपडेट चेक करते रहें। आयोग समय पर प्रवेश पत्र और अन्य आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराएगा, जिससे उम्मीदवार अपनी तैयारी सही समय पर पूरी कर सकें. 

सरकारी प्रयासों का प्रभाव
यह अधियाचन और परीक्षा प्रक्रिया राज्य के सरकारी विभागों में पड़े रिक्तियों को भरने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल राज्य के प्रशासनिक कार्यों में सुधार होगा, बल्कि योग्य उम्मीदवारों को सरकारी नौकरी पाने का अवसर भी मिलेगा. हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि यह प्रक्रिया अभी भी संभावित तिथियों पर आधारित है और इसमें कुछ बदलाव किए जा सकते हैं. परीक्षाओं के आयोजन की सफलता इस पर निर्भर करेगी कि समय पर परीक्षाएं हों और चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे. 

अभ्यर्थ‍ियों को मिलेगा तैयारी का समय: UKSSSC अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया
यूके एसएससी के अध्यक्ष पूर्व आईपीएस अधिकारी जीएस मार्तोलिया का कहना है कि कैलेंडर निकलने से अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय मिलेगा और अपनी परीक्षा की तैयारी परीक्षाओं की तिथि अनुसार पहले से और अच्छे से कर सकेंगे. सभी परीक्षाएं कैलेंडर में दी गई तिथियां के अनुसार ही होगी हालांकि इनमें तिथियां में कुछ आगे पीछे बदलाव हो सकता है जिसका अभ्यर्थियों की तैयारियों पर नहीं पड़ेगा. परीक्षा की तिथि के 21 दिन पहले सभी परीक्षाओं की विज्ञप्ति भी प्रकाशित कर दी जाएगी. 

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बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने क्या कहा?
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार का कहना है कि यूकेएसएससी ने इससे पहले भी परीक्षा से पहले कलेंडर जारी किए हैं लेकिन परीक्षा उसके अनुसार कभी हुई नहीं, हमारी आयोग से मांग है की परीक्षा का विज्ञापन रिक्त स्थानों के साथ विभाग के हिसाब से जारी कर परीक्षा का निर्धारित कलेंडर जारी करें. बॉबी पंवार ने आगे कहा कि परीक्षाओं के टलने और लंबित होने के चलते कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनकी आयु निकल चुकी है. कम से कम उन्हें एक बार तो परीक्षा में आने का मौका मिले, जैसे पुलिस आरक्षी भर्ती में 7 साल का अंतराल रहा है, जिसकी वजह कई युवा परीक्षा की आयु सीमा को पार कर चुके हैं. भर्तियां आपने नहीं की तो उसका खामियाज़ा पहाड़ के युवाओं को क्यों भुगतना पड़ रहा है. 

UKSSSC विवाद
उत्तराखंड में 2022 में हुए UKSSSC (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) पेपर लीक कांड ने राज्य को झकझोर कर रख दिया था, जिससे परीक्षा प्रणाली में गंभीर खामियां उजागर हुई थीं. पेपर लीक के आरोप तब सामने आए जब यह पता चला कि संवेदनशील परीक्षा पत्र आधिकारिक परीक्षा तिथियों से पहले उम्मीदवारों को बेचे गए थे. इस कांड ने अभ्यर्थियों के बीच व्यापक विरोध और एक गहन जांच की मांग को जन्म दिया. राज्य सरकार ने शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेशों के बाद इसकी जांच एसटीएफ को दे दी गई. एसटीएफ ने इस मामले में 50 से ज्यादा गिरफ्तारियां की, हालांकि बाद में इस पूरे घोटाले के मुख्य आरोपी हाकम सिंह समेत कई लोगों ज़मानत मिल गई. UKSSSC में भी कई बदलाव देखने को मिले जिसमें सबसे अहम पूर्व चेयरमैन जीएस मर्तोलिया के चेयरमैन पद पर तैनाती थी, जिसके बाद UKSSSC में स्थिति बेहतर हो रही.

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