प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'परीक्षा पे चर्चा' में कहा कि पहली बार वर्चुअली परीक्षा पे चर्चा हो रही है, मुझे भी आपसे मिलने का मोह छोड़ना पड़ रहा है. आपका उमंग उत्साह न अनुभव कर पाना अपने आप में मेरा बहुत बड़ा लॉस है. लेकिन एग्जाम हैं तो हम अपनी चर्चा भी जरूर करेंगे.
छात्रा पल्लवी ने पूछा कि पूरे साल पढ़ाई ठीक चल रही होती है, बहुत ही तनावपूर्ण स्थिति हो जाती है, कृपया इसका उपाय बताइए. मलेशिया के ग्लोबल इंडियन इंडियन स्कूल के अर्पण पांडेय ने पूछा कि हमें परीक्षा के दौरान डर लगता है.
इस पर पीएम ने कहा कि पहली बार एग्जाम दे रहे हैं क्या, डरने की क्या जरूरत है. हर साल एग्जाम आता है. इसलिए आपका डर एग्जाम का नहीं बल्कि पूरे माहौल का डर बना दिया गया है. एक ऐसा माहौल बना दिया जाता है कि जैसे बहुत बड़े संकट से गुजरने वाले हैं. मैं माता-पिता से कहना चाहता हूं कि आपने यह क्या करके रख दिया है. यह कोई आखिरी मुकाम नहीं है जिंदगी का, यह एक छोटा सा पड़ाव है. उन्होंने कहा कि अगर बाहर का दबाव कम हो गया तो एग्जाम का दबाव कभी महसूस नहीं होगा. बच्चों को घर में सहज तनावमुक्त जीना चाहिए.
पहले भी दे चुके हैंं स्टूडेंट्स को ये खास टिप्स
अपना शब्द कोष बढ़ाएं : छात्रों को नए नए शब्द सीखने चाहिए. इसके हर कदम पर कई लाभ हैं.
ऐप से भाषा सीखें : अब कई भाषाओं के मोबाइल ऐप आ गए हैं. उन ऐप की मदद से हिंदी, इंग्लिश या अन्य भाषाओं पर अपनी पकड़ मजबूत बना सकते हैं.
लक्ष्य है जरूरी : जीवन में सफलता के लिए लक्ष्य का होना जरूरी है. पहले एक लक्ष्य तय कर लें और फिर उसको हासिल करने के लिए रणनीति बनाएं.
मॉक टेस्ट : आपको ढेरों सारे ऑनलाइन मॉक टेस्ट मिल जाएंगे. मॉक टेस्ट की मदद से आप अपनी तैयारी का स्तर और कमियों को पता कर सकते हैं.
तकनीक समस्या नहीं, हल : इंटरनेट का सही इस्तेमाल करें. कई वेबसाइट और ऐप्स हैं जहां आप अपने कमजोर टॉपिक को मजबूत बना सकते हैं.
बता दें कि देश के शिक्षा मंत्री ने रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया था कि 'परीक्षा पे चर्चा' के लिए 14 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स, शिक्षक और अभिभावकों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. पीएम इस कार्यक्रम में बता रहे हैं कि एग्जाम वरियर्स बिना प्रेशर के परीक्षा की तैयारी कैसे करें. इसके अलावा स्टूडेंट्स, पैरंट्स और टीचर्स के सवालों के जवाब भी दे रहे हैं. कोरोना के कारण इस बार परीक्षा पे चर्चा ऑनलाइन हो रही है. वीडियो कांफ्रेंस के जरिए छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से बातचीत कर रहे हैं.