कोरोना महामारी के चलते हर जगह लगभग ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया जा रहा है. इसी क्रम में पिछले साल ही कई यूनिवर्सिटीज और स्कूलों ने यूट्यूब चैनल बनाकर पढ़ाने की प्रक्रिया की शुरुआत भी की थी. लखनऊ यूनिवर्सिटी में भी विद्यार्थियों के नुकसान को बचाने के लिए एक साल पहले लगभग 50 विषयों के यूट्यूब चैनल लांच किए गए थे.
इन ऑनलाइन प्लेटफार्मो पर विभागों को शिक्षाप्रद व्याख्यान, कार्यक्रम और सह पाठयक्रम गतिविधियों का कंटेंट उपलब्ध करवाना था, जिससे कोरोना के चलते और बीच-बीच में लॉकडाउन के लगते पढ़ाई में बाधा ना आए.
अब कई विषयों के ऐसे यूट्यूब चैनल हैं जिनमें 6 महीने से ज्यादा से कोई भी वीडियो अपलोड नहीं हुआ. मुश्किल से 9 विभागों ने अपने संबंधित यूट्यूब चैनल पर 10 से अधिक वीडियो अपलोड किए हैं. वहीं लगभग 5 विभाग ऐसे हैं, जिन्होंने एक वीडियो भी अपलोड नहीं किया है तो वही कुछ विभाग ऐसे हैं जिन्होंने दो वीडियो अपलोड कर खानापूर्ति की है.
हालांकि, लॉ और भौतिकी विभाग के अच्छे सब्सक्राइबर्स है और दोनों ने ही 100 से अधिक वीडियोस अपलोड किए हैं. लखनऊ यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता दुर्गेश श्रीवास्तव ने आज तक को बताया कि साल भर से कोरोना महामारी के चलते वीडियो अपलोड नहीं हो सके हैं क्योंकि विद्यार्थियों की पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से चलती रही तो यूट्यूब पर वीडियो डालने की प्रक्रिया सही तौर पर नहीं हो सकी. उन्होंने कहा कि हालांकि इसमें तेजी लाई जाएगी.