IIM Ahmedabad Logo Controversy: IIM अहमदाबाद के लोगो में से संस्कृत शब्द हटने के बाद से विरोध बढ़ रहा है. लोगो मे संस्कृत में लिखा है 'विधाविनियोगाद्विकास:', जिसका अर्थ है - ज्ञान बांटने से बढ़ता है. पूर्व डायरेक्टर डॉ. बकुल धोलकिया ने इस पर ऐतराज जताया है और कहा है, "किसके इशारे पर और क्या जरूरत है IIM - A के Logo से संस्कृत शब्द हटाने की ? वर्ष 1961 से IIM - A की स्थापना डॉ. विक्रम साराभाई ने की, तब यह लोगो उन्होंने दिया था, इस निर्णय से संस्था के वर्षों पुराने कल्चर के साथ खिलवाड़ किया गया है."
जानकारी के अनुसार, लोगो में से संस्कृत वाक्य और सैय्यद मस्जिद की जाली को हटाया जा रहा है. ये लोगो ट्री ऑफ लाइफ के आधार पर बनाया गया था. इस लोगो में बदलाव को लेकर ही बवाल खड़ा हो रहा है. कहा जा रहा है कि IIM अहमदाबाद गवर्निग काउंसिल बोर्ड सत्ता का दुरुपयोग कर रहा है और इससे पूरे गवर्नेंस सिस्टम के सामने सवालिया निशान खड़े हुए हैं.
संस्थान का कहना है कि संस्थान ने अपनी वेबसाइट में सुधार की प्रक्रिया में लोगो में बदलाव की जरूरत महसूस की. फाइनल डिजाइन सिफारिशों के साथ आते समय मूल्यांकन, एक्सप्लोरेशन, वुर्डमार्क का विकास, ब्रांडमार्क का विकास सभी को ध्यान में रखा गया था. प्रस्तावित लोगो मूल लोगो की विरासत को जारी रखता है. संस्कृत में लिखी पंक्ति यथावत रहेगी और केवल रंग प्रतिपादन में सुधार किया गया है. फोंट का आधुनिकीकरण किया गया है. 'जाली' से प्रेरित ब्रांड चिह्न को डिजिटल कम्यूनिकेशन के लिए अधिक अनुकूल बनाया गया है. प्रस्तावित लोगो इस साल जून में वार्षिक अवकाश के बाद जारी किया जाना है. संस्थान का वर्तमान लोगो संस्थान की स्थापना के समय 1961 में अपनाया गया था.