देश के प्रमुख तकनीकी संस्थानों में से एक आईआईटी दिल्ली के छात्रों अब कॉर्पोरेट जॉब से हटकर अलग-अलग करियर ऑप्शन तलाश रहे हैं. हाल ही में संस्थान ने एक सर्वे किया था जिसमें पाया गया कि ग्रेजुएशन के छात्र स्टार्टअप्स, एंटरप्रेन्योरशिप, अकादमिक क्षेत्र, सिविल सेवाओं और अन्य क्षेत्रों में अपने करियर के रास्ते तलाश रहे हैं.
10 अगस्त 2024 को आयोजित वार्षिक दीक्षांत समारोह में कुल 2,656 डिग्रियां दी गई थीं, जिनमें 481 पीएचडी और संयुक्त पीएचडी, 113 एमबीए, 91 एमएस (रिसर्च), 25 एम.डेस, 529 एम.टेक, 24 एम.पी.पी., 129 ड्यूल डिग्री (बी.टेक + एम.टेक), 1,001 बी.टेक, 51 पीजी डिप्लोमा, और 212 एम.एससी छात्रों को डिग्रियां मिलीं. इन डिग्री धारकों की विविधता आईआईटी दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता की बड़ी मात्रा को दिखाती है.
एंटरप्रेन्योरशिप की तरफ दिखा छात्रों का रुख
सर्वेक्षण से यह भी पता चला कि लगभग 53.1% (1,411 छात्र) ने नौकरी के ऑफर मिले हैं. हालांकि, इस ग्रुप से कई छात्र ऐसे हैं जो कॉर्पोरेट जॉब के बजाए कुछ और करने में दिलचस्पी रखते हैं. करीब 224 छात्र खुदका बिजनेस करना चाहते हैं और 45 छात्र ऐसे हैं जो स्टार्टअप्स में काम कर रहे हैं. 2.5% (66 छात्र) में लगे हुए हैं.
इसके अलावा, 1359 छात्र उच्च शिक्षा के लिए विकल्प चुन चुके हैं, जिसमें 47 पीएचडी धारक पोस्ट-डॉक्टोरल शोध या फैकल्टी पदों की तैयारी कर रहे हैं. सिविल सेवा और इंजीनियरिंग सेवा जैसे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी 12.1% (321 छात्र) तैयारी कर रहे हैं.
दिलचस्प बात यह है कि सभी छात्रों ने कैंपस प्लेसमेंट का पूरी तरह से उपयोग नहीं किया, जो उनके अलग-अलग करियर विकल्पों को दिखाता है. कुल 5% (134 छात्र) ऐसे थे जो अगस्त 2024 तक नौकरी के लिए तलाश कर रहे थे. यह आंकड़ा दिखाता है कि आईआईटी दिल्ली के छात्र आत्मविश्वासी हैं और उनके पास विभिन्न प्रकार के करियर विकल्प हैं.