World War II History: 1 सितंबर, विश्व के इतिहास में यह तारीख एक बड़े नरसंहार के लिए जानी जाती है. एक सितंबर 1939 को द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) की शुरुआत हुई थी. करीब 6 साल (01 सितंबर 1939 से 2 सितंबर 1945 तक) चले इस महायुद्ध में 7 से 8 करोड़ लोग मारे गए थे. विश्व युद्ध के बाद आर्थिक व्यवस्था चरमार गई थी, जो लोग युद्ध में बचे थे वे भूखमरी, महंगाई और तंगहाली की सूली पर लटके हुए थे. आइए जानते हैं कैसे शुरू हुआ और फिर खत्म हुआ द्वितीय विश्व युद्ध.
द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत कब हुई?
01 सितंबर 1939 को एडोल्फ हिटलर की अगुवाई में जर्मनी ने कब्जे की मंशा से पौलेंड पर हमला कर दिया था. इस हमले से बौखलाए ब्रिटेन और फ्रांस पौलेंड की मदद के लिए आगे आए. देखते ही देखते जर्मनी के खेमे में इटली और जापान देश जबकि पौलेंड के खेमे में फ्रांस, ब्रिटेन, सयुंक्त राज्य अमेरिका, सोवियत संघ और कुछ हद तक चीन आमने-सामने आ गए, जिसने विश्व युद्ध की शक्ल ले ली. यह युद्ध भी पहले विश्व युद्ध की तरह दो गुटों के बीच लड़ा गया था. 1940 में जर्मनी ने ब्रिटेन पर पलटवार किया और ताबड़तोड़ हमले किए. हालांकि कुछ समय बाद ही जर्मनी ने ब्रिटेन पर हमला करके अपनी तोपों का मुंह सोवियत संघ की ओर घुमा दिया. इस जंग में सोवियत की सेनाओं ने भारी नुकसान उठाया.
अमेरिका इस युद्ध में तब कूदा जब जर्मनी के साथ खड़े जापान ने अमेरिका के हवाई द्वीप समूह पर स्थित अमेरिकी नौसेना के एक अड्डे पर्ल हार्बर पर हमला कर दिया. 7 दिसंबर 1941 को जापान ने दो घंटे तक ताबड़तोड़ बमबारी की. उस वक्त तक अमेरिका दूसरे विश्व युद्ध से दूर था. लेकिन जापान के हमले ने एक झटके में सबकुछ बदलकर रख दिया जिसका खामियाजा जापान को हिरोशिमा और नागासाकि में एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत से चुकाना पड़ा. पर्ल हार्बर पर तैनात अमेरिका के सभी 8 जंगी जहाज चंद घंटों में तबाह हो गए थे. अमेरिका के इतिहास में उनपर यह पहला हमला था.
कैसे शुरू हुआ था दूसरा विश्व युद्ध?
माना जाता है कि पहला विश्व युद्ध ( 28 जुलाई 1914 से 11 नवंबर 1918 तक) खत्म होने के साथ ही दूसरे विश्व युद्ध की नींव पड़ चुकी थी. पहले विश्व युद्ध में जर्मनी की हार हुई थी और वियजी देशों ब्रिटेन, फ्रांस, सोवियत संघ, और अमेरिका ने जर्मनी को वर्साय संधि के लिए मजबूर किया. जर्मनी पर आर्थिक दंड और बड़े हिस्से को खोने से जर्मनी बुरी तरह बौखलाया हुआ था और बदले चिंगारी भड़क रही थी, जिसे एडोल्फ हिटलर ने भयानक आग का रूप दिया. 1922 में इटली में बेनिटो मुसोलिनी और जर्मनी में 1933 में हिटलर की तानाशाही सरकारें बनी. उन्होंने वर्साय संधि तोड़ी और गुप्त तरीके से सेना व हथियारों का निर्माण किया. बदला और कब्जा पाने की मंशा से पहले मार्च 1931 में चेकोस्लोवाकिया पर हमला किया और कामयाब हुआ. कुछ महीने बाद जर्मनी ने उसी नियत से पौलेंड पर भी हमला किया जिसके फलस्वरूप दूसरे विश्व युद्ध की शुरुआत हुई.
द्वितीय विश्व युद्ध खत्म होने का कारण
ब्रिटेन ने उत्तरी अफ्रीका और स्टालिनग्राद पर पलटवार किया जिससे जर्मनी को भारी नुकसान उठाना पड़ा. इस जवाबी कार्रवाई के बाद 1943 में जर्मनी ने सोवियत संघ के सामने हार मान ली थी. वहीं जर्मनी के मित्र देशों ने भी उत्तरी अफ्रीका में आत्मसमपर्ण कर दिया था. 6 साल के संघर्ष के बाद मिली हार से हिटलर पूरी तरह धराशायी हुआ, उसका अंहकार जमीदोंज हो चुका था. हार बर्दाश्त न कर पाने के कारण हिटलर ने आत्महत्या कर ली और जर्मनी ने आत्मसमपर्ण कर दिया.
दूसरी ओर अमेरिका ने 6 अगस्त 1945 को सुबह के करीब आठ बजे हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराया. बम गिरने की जगह के 29 किलोमीटर क्षेत्र में काली बारिश हुई और लगगभग 80 हजार से ज्यादा लोग मारे गए. इसके तीन दिन बाद 09 अगस्त को अमेरिका ने एक और परमाणु बम नागासाकी पर गिराया. नागासाकी पर हमले के 6 दिन बाद जापान ने बिना किसी शर्त आत्मसमर्पण कर दिया और इसी के साथ द्वितीय विश्व युद्ध भी आधिकारिक तौर पर खत्म हो गया.