सर्दी की शुरुआत होने से पहले ही दिल्ली में हवा का स्तर काफी खराब हो गया है. दिल्ली में एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया है, लेकिन माना जा रहा है कि इस बार पिछले साल के मुकाबले हालात थोड़े कम खराब हैं. वहीं, इस बार प्रदूषण की खतरनाक मार का सामना कर रहा है पाकिस्तान का लाहौर. पाकिस्तान की हवा दम घोंटने वाली हो गई है और वहां एक्यूआई 1500 तक पहुंच गया है.
ऐसे में सवाल है कि आखिर इस बार ऐसा क्या हुआ है कि जिस वजह से दिल्ली में प्रदूषण थोड़ा कम है और लाहौर में काफी ज्यादा हवा खराब हो गई है. तो बताते हैं उस फैक्टर के बारे में, जिसने भारत के प्रदूषण को पाकिस्तान शिफ्ट कर दिया है...
दिल्ली में अभी क्या है हालत?
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है. दिल्ली में एक्यूआई का स्तर काफी ज्यादा खराब हो गया है, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है. आज दिल्ली का औसत एक्यूआई 384 रिकॉर्ड किया गया था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, आनंद विहार में AQI 400 अंक को पार कर गया है, जो आज यानी 5 नवंबर को सुबह करीब 7 बजे 457 दर्ज किया गया है, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है. इससे पहले सोमवार को भी यहां का AQI 350 के पार दर्ज किया गया था. वहीं, दिल्ली के जहांगीरपुरी में AQI 440 दर्ज किया गया है.
हालांकि, इस बार हालात पहले कम बेकार हैं यानी आमतौर पर इस वक्त तक काफी ज्यादा पॉल्यूशन हो जाता है, जो इस बार कम है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भी कहा था कि पिछले साल की तुलना में इस बार प्रदूषण की स्थिति बेहतर है. हाल ही में गोपाल राय ने कहा था कि पिछले साल 29 अक्टूबर को AQI 397 था और इस साल 29 अक्टूबर को एक्यूआई 325 था. यानी प्रदूषण में सुधार हुआ है. हम इसे और बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
लाहौर की क्या है सिचुएशन?
अब बात करते हैं लाहौर में क्या हाल है. पाकिस्तान के लाहौर में प्रदूषण से बुरा हाल है. लाहौर में एक्यूआई 1000 से भी काफी ज्यादा पहुंच गया है. अब लाहौर के प्रशासन ने एक हफ्ते के लिए स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है. इसके साथ ही लाहौर की सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाएगा और कंस्ट्रक्शन वर्क को रोकने के लिए कहा गया है. साथ ही लोगों को वर्क फ्रॉम होम के लिए कहा गया है और लोगों को मास्क लगाने के लिए कहा गया है. कई रिपोर्ट्स के अनुसार, लाहौर में एक्यूआई का स्तर 1700-1800 तक पहुंच गया है.
किस वजह से बदली सिचुएशन?
हालांकि, पाकिस्तान इस प्रदूषण के लिए भारत को जिम्मेदार बता रहा है. पाकिस्तान का कहना है कि हम भारत से आने वाली पूर्वी हवाओं के कारण लाहौर में प्रदूषण का सामना कर रहे हैं. साथ ही पाकिस्तान ने कहा कि हम किसी को दोष नहीं दे रहे हैं, यह एक प्राकृतिक घटना है. दरअसल, नॉर्थ इंडिया और पूर्वी पाकिस्तान में प्रदूषण हर सर्दी में बढ़ जाता है. इसका कारण किसानों की ओर से पराली जलाना, कोयले से चलने वाले बिजली के प्लांट, ट्रैफिक और हवा का ना चलना है. इस वजह से एक पीली धुंध आसमान में छा जाती है.
पाकिस्तान के इस आरोप के बाद भारत ने इसका जवाब दिया है. IMD ने बताया है कि दिवाली के दो दिन बाद और उसके बाद प्रमुख हवा उत्तर-पश्चिमी थी यानी हवा पश्चिम से पूर्व की ओर लगभग 15 किमी/घंटा की गति से आ रही थी, इसलिए प्रदूषण का पाकिस्तान की ओर जाने का कोई मतलब नहीं था.
क्या है हवा का खेल?
बता दें कि दिल्ली और लाहौर दोनों में वायु प्रदूषण का अहम कारण ईस्टर्न हवाएं हैं. ये हवा पंजाब समेत आसपास के कई राज्यों में जलने वाला पराली के धुए को सीधे इन शहरों की तरफ ले जाती हैं. इसके बाद ठंड बनने से धुंध का निर्माण होता है और हवा की गुणवत्ता पर काफी असर पड़ता है. सर्दी में वायु मंडल की स्थिति प्रदूषण को हवा में ही फंसा लेती हैं और हवा ना चलने से ये चैंबर के रूप में एक जगह रह जाती हैं. हालांकि, हवा की दिशा बदलने से उस तरफ ज्यादा प्रदूषण हो जाता है.