मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का यह स्टेशन सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की इंजीनियरिंग का भी एक अद्भुत उदाहरण माना जा रहा है.यह स्टेशन जमीन से लगभग 32.5 मीटर यानी 106 फीट नीचे तक खुदाई करके तैयार किया जा रहा है.
Photo: Pexels
इसका मतलब है कि इस स्टेशन के लिए 10 मंजिला इमारत जितनी खुदाई की गई है. बुलेट ट्रेन के लिए यहां पर तीन मंजिल के प्लेटफॉर्म बन रहे हैं. इसके अलावा कॉनकोर्स और सर्विस फ्लोर भी बनेगा.
Photo: Pexels
स्टेशन पर छह हाई स्पीड प्लेटफार्म होंगे और हर प्लेटफार्म की लंबाई होगी लगभग 415 मीटर के करीब है. एक ही समय पर कई बुलेट ट्रेन इस स्टेशन पर आ सकती हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए इसे मेट्रो और सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा.
Photo: ANI
इस स्टेशन में दो एंट्री और एग्जिट गेट होंगे. एक गेट मेट्रो लाइन थोबी से जुड़ा होग और दूसरा एमटीएनएल भवन की तरफ निकलेगा. स्टेशन भले ही जमीन के अंदर है लेकिन रोशनी की पूरी सुविधा होगा. एक होल नेचुरल सनलाइन के लिए भी बनाया जाएगा जिससे स्टेशन में पहुंचते ही यात्रियों को खुलापन और आधुनिकता का एहसास हो.
Photo: ANI
इस स्टेशन को बनाने के लिए 34 प्रतिशत खुदाई का काम पूरा हो चुका है. 15.7 लाख घन मीटर मिट्टी जमीन से निकाली जा चुकी है. इन प्लांट्स में आइस प्लांट और चिलर प्लांट लगे हैं ताकि कंक्रीट का तापमान नियंत्रित रहे. सबसे नीचे यहां M6 ग्रेड तापमान नियंत्रित कंक्रीट से काम किया जा रहा है.
Photo: ANI
अब तक 51,000 घन मीटर से ज्यादा कंक्रीट डाली जा चुकी है. जबकि कुल जरूरत 2 लाख घन मीटर से अधिक की है. कॉलम को एम80 कंक्रीट से तैयार किया जा रहा है. साइट का 100% सेकंड पायलिंग, कैपिंग बीम और फ्लड वॉल का काम पहले ही पूरा हो चुका है.
Photo: Pixabay