राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद भी कांग्रेस पार्टी अनिर्णय की स्थिति में है. कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसे लेकर अटकलों का दौर जारी है. वहीं ये कहना तो अभी मुश्किल है कि पार्टी अपना अगला अध्यक्ष किसे चुनेगी. ऐसे में हम आपको पार्टी के पहले अध्यक्ष के बारे में बताने जा रहा हैं जिनका नाम व्योमेश चंद्र बनर्जी था. उनका निधन आज ही के रोज 21 जुलाई 1906 को हुआ था.
भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस 28 दिसंबर 1885 में स्थापित की गई थी. 72 प्रतिनिधियों की मौजूदगी में व्योमेश चंद्र बनर्जी को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था. व्योमेश चन्द्र बनर्जी का जन्म 29 दिसंबर 1844 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक उच्च मध्यम वर्ग के कुलीन ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनके पिता कोलकाता उच्च न्यायालय में न्यायवादी थे. वह कोलकाता विश्वविद्यालय के President of law faculty अध्यक्ष भी रहे.
अंग्रेजी शासन को देश के लिए मानते थे अच्छा
व्योमेश अंग्रेजी चाल-ढाल के इतने कट्टर अनुयायी थे. उन्होंने स्वयं अपने पारिवारिक नाम 'बैनर्जी' का अंग्रेजीकरण करके उसे बोनर्जी कर दिया. उन्होंने अपने पुत्र का नाम भी 'शेली' रखा, जो कि अंग्रेजों में अधिक प्रचलित था. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1885 में हुए प्रथम अधिवेशन के वे अध्यक्ष चुने गए थे. इसके बाद उन्हें दोबारा भी इलाहाबाद में 1892 में हुए कांग्रेस अधिवेशन का अध्यक्ष बनाया गया था. साल 1902 में वह इंग्लैंड जाकर बस गए थे. वह 1906 में अपनी मृत्यु के अंतिम समय भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आंदोलन को ये बढ़ावा देते रहे. उनका निधन इंग्लैंड में हुआ था.