बालाकोट एयर स्ट्राइक हो, सर्जिकल स्ट्राइक हो या कश्मीर में कोई उठापटक.... भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का जिक्र जरूर आता है. भारत में सालों पहले सबसे पहले कम उम्र के युवा आईपीएस अफसर बने अजित डोभाल के दिमाग का लोहा दुश्मन देश भी मानते हैं. आज उनका जन्म दिन है तो आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें...
इनॉगरेशन डे के साथ ही अमेरिका में राष्ट्रपति के कार्यकाल की शुरुआत हो जाती है. जानें- इस दिन का इतिहास...
Gurajada Apparao: गुरजाड ने उसी महाराजा कॉलेज में लेक्चरर के रूप में कार्य किया जहां से उन्होंने पढ़ाई की थी. 1911 में, वह मद्रास विश्वविद्यालय द्वारा एजुकेशन बोर्ड में नियुक्त हो गए. इसी वर्ष, गुरजाड और उनके दोस्तों ने सभी क्षेत्रीय बोलियों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए आंध्र साहित्य परिषद की शुरुआत की.
Ramdhari Singh Dinkar: रामधारी सिंह 'दिनकर' एक हिंदी कवि, निबंधकार और अकादमिक थे, जिन्हें आधुनिक हिंदी कवियों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. वह भारतीय स्वतंत्रता के पहले के दिनों में लिखी गई अपनी राष्ट्रवादी कविताओं के कारण विद्रोह के कवि के रूप में प्रसिद्ध हुए. वह मुख्य रूप से वीर रस की कविताएं लिखते थे और उनकी देशभक्ति रचनाओं के कारण वह राष्ट्रकवि कहलाए जाने लगे.
नाज़िन और फातू...धरती पर नॉदर्न सफेद गैंडे की प्रजाति के नाम पर यही दो बचे हैं. रिश्ते में ये दोनों मां बेटी हैं. इनकी लाइफस्टाइल किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं है. आइए इनके बारे में कुछ रोचक बातें जानें.
उत्तर प्रदेश में 'बहनजी' कहलाते हुए एक पूरे वर्ग की आवाज बनना इतना आसान नहीं था. दलित परिवार में जन्मी मायावती ने किस तरह पढ़-लिखकर अपनी किस्मत बदली. आइए जानें उनके बारे में.
सामाजिक कार्यकर्ता और चाय विक्रेता पद्मश्री डी प्रकाश राव का बुधवार शाम निधन हो गया. कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. एससीबी के आपातकालीन अधिकारी डॉ भुवनानंद महाराणा ने बताया कि राज्य के प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र के विशेष कोविड वार्ड में राव ने बुधवार शाम 4.15 बजे अंतिम सांस ली. जानें उनके बारे में ये खास बातें...
ओमान के सुल्तान ने देश के संविधान में महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है. आइए इस देश के बारे में ये रोचक तथ्य जानें.
सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को वेदांत दर्शन का रास्ता दिखाने वाले स्वामी विवेकानंद की आज जयंती है. आइए आज जानते हैं हिंदू सहित अलग-अलग धर्मों को लेकर स्वामी विवेकानंद की क्या राय थी.
128 साल पहले स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में हुए विश्व धर्म सम्मेलन में जो भाषण दिया, उस पर आज भी हम भारतीय गर्व करते हैं. आइए- जानें क्यों उन्होंने दिया था ये भाषण.
16 जनवरी को देश को कोरोना वैक्सीन का तोहफा मिलने के साथ ही ये दिन इतिहास में दर्ज हो जाएगा. आइए जानते हैं इतिहास के पन्नों में पहले ये दिन किन किन घटनाओं को लेकर याद किया जाता है.