अमेरिका में एक कंपनी के सीईओ ने अपने कर्मचारियों को बेहतर माहौल और पैसा देने के लिए अपने वेतन को कम कर दिया है. उन्होंने उस पैसे को अपने कर्मचारियों को देने का फैसला किया है.
इस फैसले के तहत सीईओ डैन प्राइस एक कर्मचारी का वेतन, सालाना कम से कम 70, 000 डॉलर यानी 43 लाख 67 हजार 300 रुपये हो जाएगा. यह एक असाधारण फैसला है और इसका अंदाजा कर्मचारियों के वेतन के आंकड़ों को देखकर स्पष्ट हो जाता है.
इस सीएटल कंपनी में कर्मचारियों का औसत वेतन 29 लाख 92 हजार 437 रुपये है, यानी 48,000 डॉलर. कंपनी में 120 कर्मचारी है. अब इस फैसले से 70 कर्मचारी अपने वेतन को बढ़ा हुआ पाएंगे और बाकी 30 लोगों को तो अपना वेतन दोगुना नजर आएगा.
ये पैसा कर्मचारियों को देने के लिए सीईओ की 6 करोड़ 23 लाख 49 हजार 950 रुपये यानी एक मिलियन डॉलर की सैलरी को काटकर 43 लाख 67 हजार 300 रुपये (70 हजार डॉलर) कर दी है. जब तक पूरा मुनाफा कमाया नहीं जाता है, तब तक इनका वेतन ऐसे ही रखा जाएगा.
न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, प्राइस को ये आइडिया अर्थशास्त्री एन्गस डीटन और डैनियल काहनेमन के शोध से मिला, जिन्होंने पाया कि एक निश्चित बिंदू तक पैसा खुशियां खरीद सकती है. इस जोड़ी ने पाया कि जिनका वेतन सालाना 46 लाख 73 हजार 658 रुपये है, उन्हें भावनात्मक सपोर्ट की जरूरत होती है.
इस फैसले से सीईओ प्राइस को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इस फैसले से उन्होंने अपनी जो साख बनाई है, इससे उन्हें हर तरह से फायदा होगा, बात चाहे मेहनत की हो, ईमानदारी की या फिर टैलेंट की.