प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में रांची आकर विधानसभा चुनाव से पहले तीन मेडिकल कॉलेज (हज़ारीबाग, पलामू और दुमका) उद्घाटन किया था. NMC ने कई कमियों और खामियों को गिनाकर वर्ष 2020-21 में इस मेडिकल कॉलेज में दाखिले पर रोक लगा दी गई थी लेकिन इस बार दुमका मेडिकल कॉलेज को 100 सीटों पर दाखिला लेने की अनुमति दी गई है जो मेडिकल एस्पिरेन्ट्स के लिए सौगात है.
फूलो झानो मेडिकल कॉलेज, दुमका में इस साल एमबीबीएस की पढ़ाई कराने के लिए एडमिशन लिया जाएगा. नेशनल मेडिकल कमीशन ने दुमका मेडिकल कॉलेज फूलो झानो मेडिकल कॉलेज में इस वर्ष नामांकन की अनुमति दे दी है.
वर्ष 2021-22 शैक्षणिक सत्र के लिए यहां कुल 100 सीटों पर नामांकन हो सकेगा. ऐसी चर्चा है कि दुमका मेडिकल कॉलेज में एमसीए रेटिंग बोर्ड की टीम जांच के लिए पहुंची भी लेकिन बगैर जांच के सिर्फ कॉलेज प्रबंधन के एफिडेविट पर अप्रूवल दे दिया. बताते चलें कि सत्र 2020 में विभिन्न कमियों की वजह से यहां एडमिशन पर रोक लगा दी गई थी.
नेशनल मेडिकल कमीशन के अंतर्गत कार्यरत मेडिकल असेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड ने इस साल कॉलेज के निरीक्षण तथा सामने आई कमियां शीघ्र दूर करने को लेकर कालेज प्रबंधन द्वारा अंडरटेकिंग दिए जाने के बाद नामांकन की अनुमति की अनुशंसा की.
झारखंड के तीन सरकारी मेडिकल कॉलेज एमजीएम जमशेदपुर, रिम्स, रांची और पीएमसीएच, धनबाद में एमबीबीएस की पढ़ाई होती है. 17 फरवरी 2019 को झारखंड में तीन नये मेडिकल कॉलेज हजारीबाग, पलामू और दुमका का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था लेकिन मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने तीनों मेडिकल कॉलेजों में कई कमियां गिनाते हुए मान्यता देने से मना कर दिया था.
तब तत्कालीन राज्य सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी, जहां सुनवाई के बाद सत्र 2019-29 के लिए तीनों नए मेडिकल कॉलेज की 300 सीटों पर नामांकन लेने की अनुमति मिली. उस बैच की पढ़ाई आज भी चल रही है.