कहते हैं जहां सारे तर्क खत्म हो जाते हैं, आस्था वहां से शुरू होती है. दिल्ली के इस किले में जिन्न रहते हैं. फिरोज शाह कोटला किले की रखवाली जिन्न करते हैं.