1984 के दंगों को लेकर एक बार फिर सरगर्मी है; कोर्ट के आदेश से टाइटलर की मुश्किलें बढ़ी है तो साथ ही गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी टाइटलर की कांग्रेस से मिले सभी ओहदे छीनने की मांग की है. लेकिन पीडि़तों की आंखें यूं ही इंसाफ का इंतजार कर रही हैं.