भट्टा-पारसौल में हुई घटना के बाद राजनीति गरमा गई है. इस घटना को नेताओं ने निंदनीय बताया है. नेताओं का कहना है कि अगर किसान हिंसक रास्ते को अपनाने के लिए मजबूर हुए हैं, तो इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकारें दोषी हैं.