ठेकेदार पवन शर्मा 4 जनवरी को गाजियाबाद से लापता हो गए थे. परिजनों ने गुमशुदगी की तहरीर भी दी थी, जिस पर कविनगर थाने में मामला दर्ज कर पुलिस तहकीकात भी कर रही थी. परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पवन का शव हापुड़ जिले के सिम्भावली में बरामद किया गया था, जिसका पुलिस ने लावारिस समझकर अंतिम संस्कार भी कर दिया. अब परिजन इंसाफ की गुहार लगाते हुए आला अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं.
पवन के परिजनों ने सोमवार की रात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचकर इंसाफ की गुहार लगाई. परिजनों ने शव को लावारिस समझकर जला दिए जाने पर नाराजगी जताई है. बताया जाता है कि कविनगर थाना क्षेत्र के बृज एन्क्लेव निवासी पवन शर्मा 4 जनवरी को शाम 4 बजे तक घर वापस आने की बात कहकर निकले थे. जब वह देर शाम तक वापस नहीं लौटे और फोन लगातार बंद आता रहा तो परिजनों ने हर संभावित जगह पर उनकी तलाश की. जब कोई पता नहीं चल सका तो परिजनों ने कविनगर थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी.
मृतक ठेकेदार की फाइल फोटो
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में ढुलमुल रवैया अख्तियार किया, जिसका नतीजा यह हुआ कि उनका शव हापुड़ जिले के सिम्भावली में बरामद हुआ. पवन की गला दबाकर हत्या कर शव को नहर किनारे फेंका गया था. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शव को लावारिस समझकर अंतिम संस्कार भी कर दिया. पहचान के लिए उन्हें केवल कपड़े ही मिले.
एसपी बोले- कराएंगे जांच
पवन के परिजनों के आरोप पर एसपी सिटी मनीष मिश्रा ने कहा कि इसकी गहनता से जांच कराई जाएगी. यदि किसी को दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि पवन का शव 6 जनवरी को हापुड़ इलाके में नहर से बरामद हुआ था. वहां की पुलिस ने शिनाख्त के लिए परिजनों को बुलाया था और उसकी पहचान भी की थी. एसपी सिटी ने मामले के जल्द खुलासे का दावा करते हुए कहा कि सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.