scorecardresearch
 

दिल्ली: बार टेंडर मर्डर केस में पुलिस को मिली कामयाबी, हत्यारा गिरफ्तार

विपिन जोशी की लाश बादल मंडल के ही फ्लैट से मिली थी और घटना के बाद से ही वह गायब था. लिहाजा पुलिस का सीधा शक बादल मंडल पर ही गया. बादल की तलाश में पुलिस पुरुलिया गई लेकिन बादल मंडल वहां नहीं मिला.

Advertisement
X
पुलिस ने हत्यारे को किया गिरफ्तार
पुलिस ने हत्यारे को किया गिरफ्तार

साउथ दिल्ली के महरौली थाना इलाके के सेदुल्लाजॉब में 30 साल के युवक की हत्या के मामले में पुलिस को कामयाबी  मिल गई है.  बादल मंडल उर्फ स्वपन सिंह नाम का शख्स दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आया है. इस शख्स पर आरोप है कि इसने शक की वजह से विपिन जोशी नाम के अपने सहकर्मी की अपने किराए के फ्लैट में बेरहमी से हत्या कर दी थी.

वह लाश के कई टुकड़े करके पॉलिथीन में पैक करके फ्रिज में छिपाकर फरार हो गया था. बादल मंडल उर्फ स्वपन की इस करतूत का खुलासा तब हुआ जब रेस्तरां मे काम करने वाले विपिन जोशी के भाई ने पुलिस में विपिन जोशी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई.

जांच के दरमियान यह बात सामने आई कि विपिन जोशी आखरी बार बादल मंडल के साथ देखा गया था. जब विपिन जोशी का भाई सैदुल्लाजॉब में बादल मंडल के किराए के फ्लैट पर पहुंचा तो वहां वह मौजूद नहीं था. जिस फ्लैट में बादल रहता था वहां बदबू आ रही थी. किसी अनहोनी की आशंका के साथ विपिन जोशी के भाई ने 100 नंबर पर इस बाबत सूचना दी. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जब घर का दरवाजा तोड़ा तो अंदर फ्रिज में छिपाकर रखी हुई कई टुकड़ों में विपिन की लाश बरामद हुई. पूछताछ में पता चला बादल मंडल कई दिन से फ्लैट पर नहीं आ रहा है. इतना ही नहीं जाने से पहले वह फ्लैट की चाबी जबरन गार्ड को देना चाहता था जिसे लेने से गार्ड ने इनकार कर दिया था.

Advertisement

विपिन जोशी की लाश बादल मंडल के ही फ्लैट से मिली थी और घटना के बाद से ही वह गायब था. लिहाजा पुलिस का सीधा शक बादल मंडल पर ही गया. बादल की तलाश में पुलिस पुरुलिया गई लेकिन बादल मंडल वहां नहीं मिला. इसके बाद पुलिस को पता चला कि बादल मंडल टाटा में मौजूद है, वहां जाने के बाद पता चला कि बादल मंडल राउरकेल चला गया है. इसी बीच पुलिस को बादल मंडल की एक मूवमेंट की जानकारी मिली. जिसके बाद ट्रैप करके पुलिस ने बादल मंडल को धर दबोचा.

पकड़े जाने के बाद बादल मंडल ने जो सच पुलिस को बताया वह बेहद खौफनाक है. बादल मंडल ने पुलिस को बताया कि उसे शक था कि उसकी पत्नी के विपिन जोशी के साथ नाजायज संबंध हैं, उसने एक-दो बार विपिन जोशी को अपने घर पर अपनी गैर मौजूदगी में आते जाते देखा था. जिसके बाद बादल मंडल ने विपिन जोशी को रास्ते से हटाने की ठान ली और 9 अक्टूबर को बहाने से अपने घर लाकर और मौका देखकर उसका कत्ल कर दिया. पुलिस के मुताबिक बादल मंडल ने इस कत्ल की प्लानिंग काफी पहले कर ली थी. इसी वजह से उसने अपने परिवार को भी पहले ही अपने गांव भेज दिया था.

Advertisement

इतना ही नहीं उसने प्लानिंग के तहत अपने दफ्तर से पहले ही लीव सैंक्शन करा ली थी जिससे विपिन के लापता होने के बावजूद किसी को उसपर शक ना हो. विपिन की लाश के कई टुकड़े करने के पीछे उसका मकसद लाश को ठिकाने लगाने का था लेकिन भीड़ भाड़ वाले इलाके में रहने की वजह से ऐसा कर पाना उसके लिए मुमकिन नहीं हो पाया. जिसके बाद उसने लाश को फ्रिज में छिपाकर भाग निकलने में ही अपनी भलाई समझी. पुलिस फिलहाल इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि कहीं विपिन के खात्मे की प्लानिंग में उसके परिजन भी तो उसके साथ शामिल नहीं थे. जिसको लेकर उससे पूछताछ जारी है.

Advertisement
Advertisement