यूपी के इटावा में जुआ खेलने के आरोप में पुलिस एक युवक को अपने साथ चौकी ले गई. वहां उसकी जमकर पिटाई कर दी. हालत बिगड़ने के बाद पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई. इस घटना से गुस्साए लोगों ने शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया. घटना की जानकारी मिलने पर एसएसपी ने चौकी इंचार्ज सहित छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. इस मामले की जांच की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, जिले के थाना कोतवाली इलाके के मढ़ैया शिवनारायण के रहने वाले 18 वर्षीय रवींद्र को तकिया चौकी इंचार्ज योगेश शर्मा अपने पांच सिपाहियों के साथ आकर जुए के आरोप में ले गए. परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने थाने में ले जाकर रवींद्र की जमकर पिटाई कर दी. इससे वह मरणासन्न हो गया. उसकी हालत देखकर उसे आनन-फानन में जिला अस्प्ताल में भर्ती करा दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
इस घटना की सूचना मिलते ही इलाके के सैकड़ों लोग इकठ्ठा होकर शहर के राजागंज के तहसील चौराहे पर शव को रख कर सड़क जाम कर दिया. पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. इसकी सूचना मिलते ही एसएसपी मंजिल सैनी मौके पर पहुंची. परिजनों की तहरीर पर प्रथम दृष्टया आरोपी पाते हुए चौकी इंचार्ज सहित छह पुलिसकर्मियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया. इस मामले में हत्या का केस दर्ज करके जांच के आदेश दिए.
एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि सैकड़ों की संख्या में लोगों ने जाम लगाया हुआ था. परिजनों का आरोप है कि पुलिस जुए की सूचना पर इनके घर गई थी. इसके बाद आरोपी रवींद्र को थाने लाकर मारा-पीटा. उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और SC/ST एक्ट के तहत केस दर्ज करने का आदेश देते हुए चौकी इंचार्ज योगेश शर्मा सहित छह पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.