सोशल मीडिया कई मामलों में नुकसान दायक रहा है, तो कई लोगों के लिए वरदान भी है. ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के गौरेला में सामने आया. यहां एक लड़की के साथ शादी का झांसा देकर एक शख्स साल भर से उसका शारीरिक शोषण कर रहा था.
उसने लड़की से शादी तो नहीं की, बल्कि उसके रहते ही अपने लिए नई लड़की की तलाश में लग गया. आखिरकर उसके साथ रह रही लड़की ने जब शादी के लिए दबाव डालना शुरू किया तो इस शख्स ने उनसे अपना नाता तोड़ लिया. यह शख्स पेशे से पटवारी था.
कलेक्टर के दफ्तर में पदस्थ होने से पुलिसकर्मियों से उसके अच्छे खासे ताल्लुकात थे. लिहाजा बलात्कार का मामला दर्ज होने के बावजूद लंबे अर्से से उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई. बलात्कार का यह मामला उस लड़की ने दर्ज कराया था, जो बतौर पत्नी की तरह साथ रह रही थी.
बुधवार की सुबह बिलासपुर रेंज के आईजी दीपांशु काबरा अपने ट्विटर अकाउंट को चेक कर रहे थे. इस दौरान उन्हें ट्विटर पर एक शिकायत मिली. शिकायत में पुलिसकर्मियों पर एक आरोपी को संरक्षण देने और शादी का झांसा देकर रेप करने का मामला था.
इस शिकायत में शादी का झांसा देकर रेप किए जाने और दोषियों पर कार्रवाई न किये जाने का उल्लेख भी किया गया था. यह शिकायत पीड़ित लड़की ने की थी. शिकायत मिलते ही आईजी ने तत्काल संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
इसका असर यह हुआ कि अर्से से फरार आरोपी को पुलिसकर्मियों ने फौरन धर दबोचा. यह आरोपी वही पटवारी था जिसे स्थानीय थाने के पुलिसकर्मी फरार बता रहे थे. आरोपी पटवारी का नाम याशिक मरकाम जो कि गौरेला तहसील के लालपुर में पदस्थ है.
बताते चलें कि बिलासपुर रेंज के आईजी दीपांशु काबरा ने ट्विटर पर लोगों की शिकायतें सुनने की शुरूआत की है. वे नियमित रूप से आने वाली शिकायतों की जांच और कार्रवाई कर रहे हैं. दीपांशु काबरा के मुताबिक, इस पहल से पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार हो रहा है.