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ऑपरेशन ब्लू स्टार: पंजाब में हाई अलर्ट, इंडो-पाक बॉर्डर पर बढ़ी चौकसी

ऑपरेशन ब्लू स्टार की 33वीं बरसी 6 जून को मनाने के ऐलान के बीच पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. पंजाब पुलिस ने तमाम जिलों के एसएसपी को अलर्ट पर रहने, 24 घंटे नाके लगा कर वाहनों की जांच करने और पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए हैं. इतना ही नहीं भारत-पाक सीमा से सटे जिलों पर विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है.

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 6 जून को है ऑपरेशन ब्लू स्टार की 33वीं बरसी
6 जून को है ऑपरेशन ब्लू स्टार की 33वीं बरसी

ऑपरेशन ब्लू स्टार की 33वीं बरसी 6 जून को मनाने के ऐलान के बीच पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. पंजाब पुलिस ने तमाम जिलों के एसएसपी को अलर्ट पर रहने, 24 घंटे नाके लगा कर वाहनों की जांच करने और पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए हैं. इतना ही नहीं भारत-पाक सीमा से सटे जिलों पर विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है.

जानकारी के मुताबिक, ऑपरेशन ब्लू स्टार की 33वीं बरसी 6 जून को मनाने का ऐलान पंजाब के कई सिख चरमपंथी संगठनों की तरफ से किया गया है. इसी वजह से पूरे पंजाब में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से पंजाब को एक एलर्ट जारी किया गया है, जिसमें आतंकी वारदात होने की सूचना दी गई है.

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इस अलर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में पंजाब में हुई 12 कार स्नेचिंग की घटनाएं केंद्रीय जांच एजेंसियों के शक के दायरे पर हैं. एजेंसियों को आशंका है कि ब्लू स्टार ऑपरेशन की 33वीं बरसी के मौके पर इन कारों का इस्तेमाल करके फिदायीन आतंकी कोई बड़ी आतंकी वारदात कर सकते हैं. कार स्नैचिंग की घटनाएं सरहदी जिलों से हुई हैं.

इस बाबत पंजाब पुलिस को अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है. इसके बाद पंजाब पुलिस ने हर जिले में पुलिस के आलाधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा है. सीमावर्ती इलाकों में वाहन चेकिंग और पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. अमृतसर, पटियाला और कई जिलों में पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्सेज की कई कंपनियों को तैनात किया गया है.

चरमपंथियों पर नजर रखने की हिदायत
राज्य गृह विभाग ने राज्य भर में कट्टरपंथी सिखों के खिलाफ अभियान के तहत पुलिस ने पहले ही विभिन्न स्थानों से शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) और दमदमी टकसाल के सदस्यों पर नजर रखने की हिदायत दी है, ताकि ऑपरेशन ब्लू स्टार की 32वीं बरसी पर कोई अप्रिय घटना नहीं हो. सीआरपीएफ की एक टुकड़ियां मुस्तैद हो गई हैं.

जानिए, क्या है ऑपरेशन ब्लू स्टार?
स्वतंत्र भारत में असैनिक संघर्ष के इतिहास में ऑपरेशन ब्लू स्टार सबसे खूनी लड़ाई थी. अमृतसर स्थि‍त स्वर्ण मंदिर के पास अपने हथियारबंद साथियों के घेरे में छिपे बैठे भिंडरावाले और उसकी छोटी-सी टुकड़ी को काबू करने के लिए सेना ने अभि‍यान चलाया. इसे ऑपरेशन ब्लू स्टार का नाम दिया गया. इस ऑपरेशन का आदेश इंदिरा गांधी ने दिया था.

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रॉकेट, तोपे और टैंक का इस्तेमाल
इस ऑपरेशन में मशीनगन, हल्की तोपें, रॉकेट और आखिरकार लड़ाकू टैंक तक आजमाने पड़े. इस ऑपरेशन में सिखों का सर्वोच्च स्थल अकाल तख्त भी तबाह हो गया. स्वर्ण मंदिर से उग्रवादियों का सफाया करने का आदेश तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने दिया था. ऑपरेशन ब्लूस्टार में 83 सेनाकर्मी और 492 नागरिक मारे गए थे.

 

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