मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक नाबालिग लड़की को मुंह बोले चाचा ने ही अपनी हवस का शिकार बना डाला. इस वारदात के दुखी पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद से आरोपी फरार हो गया. मृतका के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस मामले की जांच की जा रही है.
सीएसपी अंजुलता पटले ने बताया कि नेपाली मूल की विधवा महिला अपने तीन लड़कों और एक लड़की के साथ ककइयां तलैया में रहती थी. महिला मजदूर का काम करती थी. ठेकेदार दिनेश कुमार प्रजापति का उसके घर आना जाना था. बुधवार की सुबह महिला रोज की तरह काम पर चली गई थी. घर में उसकी बेटी, दो छोटे बेटे और ठेकेदार दिनेश था.
दिनेश को सभी बच्चे चाचा कहते थे. उसने दोनों छोटे बच्चों को प्रलोभन देकर घर से बाहर जाकर खेलने के लिए कहा. नाबालिग को घर पर अकेले पाकर कथित चाचा ने उसको अपनी हवस का शिकार बना डाला. इसके बाद आरोपी को पड़ोसियों ने घर से बाहर जाते हुए देखा था. रेप पीड़िता ने घटना से व्यथित होकर घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
कुछ देर बाद आरोपी वापस आया तो उसने किशोरी को फांसी के फंदे पर झूलता हुआ देखा. आरोपी ने किशोरी को फांसी के फंदे से नीचे उतारा, तब तक घर के सामने लोग एकत्र होने लगे. लोगों को देख आरोपी मौका पाकर फरार हो गया. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो कानून के तहत केस करके जांच शुरू कर दी है.
बताते चलें कि मध्य प्रदेश में रेप की वारदात लगातार बढ़ती जा रही है. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सूबे में नया कानून लाए हैं, जिसमें रेपिस्ट को फांसी देने का प्रावधान किया गया है. उन्होंने महिला संगठनों से आग्रह किया कि वे बेटियों के साथ ज्यादती करने वाले नरपिशाचों को फांसी देने वाले कानून के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान चलाएं.
हालही में सागर जिले में दो युवकों ने आठवीं कक्षा की छात्रा के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. उसके शोर मचाने पर युवकों ने उसके ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी. अस्पताल में इलाज के दौरान युवती की मौत हो गई. सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह धाकड़ ने बताया कि इस मामले में कई आरोपियों को गिफ्तार करके पूछताछ की जा रही है.