दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक जून 2020 में गिरफ्तार खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट (KLF) के एक सदस्य लवप्रीत उर्फ राजकुमार ने पूछताछ में खुलासा किया था कि वो शाहीनबाग आंदोलन के दौरान 3 से 4 दिन तक शाहीनबाग मे रुका था और उसके साथ पंजाब के कई और लोग शाहीनबाग आए थे.
सूत्रो के मुताबिक लवप्रीत, बगीचा सिंह नाम के एक शख्स के कहने पर शाहीनबाग आया था और साथ मे बगीचा सिंह भी मौजूद था, बगीचा सिंह पहले आतंकवाद के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है, लेकिन जिस दौरान वो शाहीनबाग आया था उस पर कोई केस नहीं था.
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दिल्ली दंगों की जांच कर रही दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल अब इनकी मौजूदगी के एंगल को खंगाल रही है कि आखिर ये वहां शाहीनबाग में क्या करने आये थे. जून में गिरफ्तार लवप्रीत और उसके साथ और कौन कौन लोग आए थे. किस से मिले और मकसद क्या था.
आपको बता दें कि जून 2020 में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने महीनों चले खुफिया ऑपरेशन के बाद आतंकी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था. इन तीनों के नाम थे मोहिंदर पाल सिंह, लवप्रीत सिंह और गुरजेत सिंह. इन तीनों पर आरएसएस, बजरंग दल और शिव सेना के नेताओं की हत्या करने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अनुसार, स्पेशल सेल को खबर मिली थी कि खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट का मेंबर मोहिंदर पाल सिंह दिल्ली में आतंकी वारदात की साजिश रच रहा है. इस इनपुट पर टीम गठित की गई और 15 जून को मोहिंदर को गिरफ्तार किया गया. इसी क्रम में लवप्रीत की भी गिरफ्तारी हुई थी.