कानपुर गोलीकांड का आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है. एनकाउंटर के सातवें दिन विकास को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया, बताया जा रहा है कि उसने खुद ही स्थानीय मीडिया और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद भी विकास पर कोई असर नहीं दिखा और मीडिया के सामने चिल्लाने लगा, ‘..मैं विकास दुबे हूं...कानपुर वाला'.
आज सुबह ही विकास दुबे महाकालेश्वर मंदिर पहुंचा और सुबह 9 बजकर 55 मिनट पर विकास दुबे ने मंदिर के सामने अपना नाम चिल्लाया. मौके पर स्थानीय मीडिया को भी बुला लिया गया था. बताया ये भी जा रहा है कि उसने मंदिर के बाहर खड़े होकर अपना नाम चिल्लाया, फिर लोगों ने पुलिस को सूचित किया.
#WATCH Madhya Pradesh: After arrest in Ujjain, Vikas Dubey confesses, "Main Vikas Dubey hoon, Kanpur wala." #KanpurEncounter pic.twitter.com/bIPaqy2r9d
— ANI (@ANI) July 9, 2020
स्थानीय मीडिया के साथ ही स्थानीय पुलिस भी महाकालेश्वर मंदिर के सामने पहुंची और विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने सरेंडर करने की सूचना स्थानीय मीडिया और पुलिस को दी थी. इसके बाद स्थानीय पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है.
Vikas Dubey arrested: कानपुर शूटआउट के मास्टरमाइंड ने उज्जैन में किया सरेंडर
जब पुलिस विकास दुबे को पकड़कर महाकाल थाने में ले जा रही थी, तब विकास दुबे लगातार मीडिया से बात कर रहा था. इसी दौरान वो चिल्लाया, '...मैं विकास दुबे हूं...कानपुर वाला'. इस दौरान साथ में पुलिसवालों ने उसे चुप कराया और तुरंत गाड़ी में बैठा दिया.
कैसे उज्जैन पहुंचा विकास दुबे?
आपको बता दें कि विकास दुबे कानपुर की घटना के बाद भाग गया था, जिसके बाद हरियाणा के फरीदाबाद में उसकी झलक दिखी थी. फरीदाबाद के एक होटल के CCTV कैमरे में विकास दुबे को देखा गया था, लेकिन वो वहां से फरार हो गया. छापे में उसके गुर्गे गिरफ्तार कर लिए गए थे.
विकास दुबे लगातार छुपता हुआ भाग रहा था, पहले उसके नोएडा और फिर राजस्थान जाने की बात की जा रही थी. ऐसे में पुलिस ने NCR में लगातार छापेमारी की थी. लेकिन विकास दुबे वहां पर भी नहीं मिला..अब सात दिन बाद उसके उज्जैन में मिलने की खबर आई.
फरीदाबाद से उज्जैन कैसे पहुंच गया विकास दुबे, कौन कर रहा था मदद?
सूत्रों की मानें तो फरीदाबाद से मध्य प्रदेश तक वो आसानी से एक गाड़ी में पहुंचा, जो पूरी तरह सेफ थी. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि इतनी बंदिशों के बाद भी विकास दुबे आखिर कैसे इतना लंबा सफर कर पाया. अब विकास दुबे को कोर्ट में पेश किया जाएगा, फिर उसकी ट्रांजिट की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा.
खुद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि एमपी पुलिस जल्द ही विकास दुबे को उत्तर प्रदेश की पुलिस को सौंप देगी. शिवराज ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से बात भी की.