झारखंड के खूंटी जिले में एक नर्सिंग इंस्टीट्यूट में छात्राओं से छेड़खानी का मामला सामने आया. छेड़खानी करने वाले एनजीओ संचालक को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ट्रेनिंग कर रही छात्राओं से सहनशक्ति टेस्ट के नाम पर छेड़खानी करता था.
दरअसल, ये पूरा मामला खूंटी जिले का है, जहां होरा नामक एनजीओ एक नर्सिंग इंस्टीट्यूट चलाता है. एनजीओ के निदेशक बबलू उर्फ परवेज आलम पर आरोप है कि वह नर्सिंग इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग ले रहीं छात्राओं से सहनशक्ति के नाम पर छेड़खानी करता था. इंस्टीट्यूट में छात्राओं के अंग छूता और गलत हरकत करता था.
मामले का खुलासा तब हुआ, जब इंस्टीट्यूट की कुछ छात्राओं ने इसकी शिकायत अपने परिजनों से की. जिसकी भनक समाज सेविका लक्ष्मी बाखला को लग गई. जिसके बाद समाज सेविका के माध्यम से मामला सुर्खियों में आया.
हालांकि इन लड़कियों ने कोई लिखित शिकायत नहीं की है, लेकिन मौखिक शिकायत के आधार पर लक्ष्मी बाखला ने राज्यपाल से शिकायत की. जिस पर संज्ञान लेते हुए बीडीओ के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर महिला थाना प्रभारी के साथ एनजीओ के नर्सिंग इंस्टीट्यूट में जांच पड़ताल की गई.
छात्राओं से पूछताछ के बाद जांच टीम ने खूंटी एसपी को रिपोर्ट सौंप दी. जिसके बाद एसपी के निर्देश पर एनजीओ के निदेशक और आरोपी परवेज आलम को गिरफ्तार कर लिया गया. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
इनपुट- अरविंद