दिल्ली हो या हरियाणा, कहीं भी, किसी भी वक्त इस्लामुद्दीन गैंग अपने मर्जी से किसी भी वारदात को अंजाम दे देता था. ये गैंग हरियाणा के मेवात से ऑपरेट होता था, लेकिन इसका इलाका गुड़गांव, दिल्ली सहित कई शहरों तक फैला हुआ था. इस गैंग पर लूट, हत्या, डकैती, रेप और अपहरण जैसे जुर्म की दुनिया की सभी संगीन वारदातों के आरोप हैं. इस गैंग में 15 से अधिक लोग समय-समय पर खौफनाक वारदातों को अंजाम दिया करते थे.
इस गैंग में शामिल बदमाश इतने खतरनाक हैं कि ये पुलिस पर भी फायरिंग करने से नहीं चूकते थे. इसके निशाने पर कॉपर लदा ट्रक होता, जिसे लूटने के लिए ये बंगलुरु तक चले जाते थे. इसके साथ ही हाईवे पर लग्जरी गाड़ियां भी लूटा करता थे. हाल ही में हरियाणा और दिल्ली से कई लग्जरी गाड़ियां लूटी थी. इनकी हिमाकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इन्होंने गुड़गांव से एसएचओ को अगवा कर मारपीट की थी.
अगवा किए एसएचओ से उनके एटीएम कार्ड से पैसे निकालने के बाद ये बदमाश ने उन्हें मथुरा के पास फेंक कर भाग गए. फर्जी कागजात बनाकर उनकी गाड़ी बेंच डाली. इस गिरोह का का मुखिया इस्लामुद्दीन वारदात को अंजाम देने के लिए प्लेन से सफर करता था. अपनी गर्लफ्रेंड्स के साथ महंगे होटलों में रुकता था. उस पर अलग-अलग राज्यों ने एक लाख 70 हजार रुपये का इनाम रखा हुआ था. पुलिस इसकी काफी दिनों से तलाश कर रही थी.
पुलिस को जानकारी मिली थी कि इस्लामुद्दीन अपने साथियों के साथ दिल्ली के नांगलोई इलाके में आने वाला है. इसके बाद इसे गिरफ्तार करने जब पुलिस पहुंची, तो इस्लामुद्दीन ने पुलिस पार्टी पर फायर कर दिया. इस दौरान एक गोली स्पेशल सेल के एक इंस्पेक्टर को लगी, लेकिन बुलेट प्रूफ जैकेट की वजह से वो बच गए. कुछ दिन पहले ही इस गैंग का गुड़गांव पुलिस के साथ भी एनकाउंटर हुआ था, जिसमें इस गैंग का एक गुर्गा पकड़ा गया, जो भाग निकला.