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अदालत ने ISIS प्रेरित समूह के 5 संदिग्ध सदस्यों की NIA हिरासत बढ़ाई

एनआईए ने दिल्ली पुलिस के विशेष सेल तथा उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते के साथ मिलकर दिल्ली के जाफराबाद और सीलमपुर में छह जगहों तथा उत्तर प्रदेश के अमरोहा, लखनऊ, हापुड़ और मेरठ में 11 जगहों पर छापेमारी की थी जिसके बाद इन लोगों को 26 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था.

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सांकेतिक तस्वीर (फोटो- PTI)
सांकेतिक तस्वीर (फोटो- PTI)

दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को वैश्विक आतंकी संगठन आईएसआईएस से प्रेरित एक समूह के सदस्य होने के संदेह में गिरफ्तार दस लोगों में से पांच की एनआईए हिरासत की अवधि बढ़ा दी.

आरोप है कि ये लोग दिल्ली तथा उत्तर भारत के अन्य भागों में नेताओं तथा सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर आत्मघाती हमलों तथा श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों की साजिश रच रहे थे.

अदालत ने पांच अन्य आरोपियों को उस समय न्यायिक हिरासत में भेजा जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा कि उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जरूरत नहीं है.

अदालत ने मुफ्ती मोहम्मद सुहैल उर्फ हजरत (29) और साकिब इफ्तिकार (26) को 12 जनवरी तक एनआईए हिरासत में भेज दिया.

जुबैर मलिक (20), राशिद जफर राक उर्फ जफर (23) और अनास यूनिस (24) को दस जनवरी तक हिरासत में पूछताछ के लिए भेजा गया.

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जुबैर के भाई जाएद (22), सईद (28), उसके भाई रईस अहमद एवं मोहम्मद इरशाद (दोनों 20 से 30 के बीच) और मोहम्मद आजम (35) को फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया क्योंकि एनआईए ने उनकी और हिरासत नहीं मांगी.

आरोपियों की ओर से पेश अधिवक्ता प्रशांत प्रकाश ने एनआईए के और हिरासत के अनुरोध को ठुकराया और कहा कि उनके पास कोई ताजा आधार नहीं है.

एनआईए ने उसकी हिरासत में मौजूद 10 आरोपियों को विशेष न्यायाधीश राकेश स्याल के सामने पेश किया. न्यायाधीश ने बंद कमरे में कार्यवाही का आदेश दिया है.

अदालत ने 27 दिसंबर को उन्हें 10 दिन के लिए एनआईए हिरासत में भेजा था. हिरासत की अवधि कल समाप्त होने वाली है.

एनआईए ने दिल्ली पुलिस के विशेष सेल तथा उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते के साथ मिलकर दिल्ली के जाफराबाद और सीलमपुर में छह जगहों तथा उत्तर प्रदेश के अमरोहा, लखनऊ, हापुड़ और मेरठ में 11 जगहों पर छापेमारी की थी जिसके बाद इन लोगों को 26 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था.

एनआईए के अनुसार, छापेमारी में स्थानीय रूप से बनाए गए रॉकेट लांचर, आत्मघाती हमले की सामग्री, 12 पिस्तौल, कई कारतूस और टाइमर के रूप में प्रयुक्त होने वाली 112 अलार्म क्लॉक जब्त की गईं.

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एजेंसी ने कहा था कि उसने 25 किेलोग्राम विस्फोटक सामग्री भी जब्त की है. गौरतलब है कि जांच एजेंसी ने शुरुआत में संगठन ‘हरकत उल हर्ब ए इस्लाम’ के 16 लोगों से पूछताछ की थी.

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