सोमवार को 'आज तक' के 'ऑपरेशन हुर्रियत' का बड़ा असर हुआ है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवादियों को फंडिंग करने के आरोप में सात हुर्रियत नेताओं को गिरफ्तार किया है. इन नेताओं की गिरफ्तारी के बाद विधायक रविंद्र राना ने स्टिंग ऑपरेशन को दिखाने के लिए 'आज तक' को धन्यवाद कहा.
गिरफ्तार होने वाले हुर्रियत नेताओं में जो बड़े नाम सामने आ रहे हैं उनमें, फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे, नईम खान और शाहिद-उल-इस्लाम शामिल हैं. बिट्टा कराटे को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा गिलानी के दामाद अल्ताफ फंटूस, अयाज अकबर, पीर सैफुल्ला और राजा मेहराजुद्दीन को श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया है. अब इन्हें आगे की जांच और पूछताछ के लिए दिल्ली लाया गया है.
'आज तक' न्यूज चैनल पर 'ऑपरेशन हुर्रियत' दिखाए जाने के बाद कई अलगाववादी नेता बेनकाब हुए थे. इस ऑपरेशन में खुलासा हुआ था कि अलगाववादी नेता किस तरह से आतंकवाद को फंडिंग कर रहे थे. फिलहाल NIA की कार्रवाई जारी है.
हुर्रियत के नेताओं की गिरफ्तारी पर गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि इस कार्रवाई की तैयारी पिछले काफी महीनों से चल रही थी. उन्होंने बताया कि गृह मंत्री ने लोकसभा में कहा था किसी को छोड़ा नहीं जाएगा. अहीर की मानें तो पूरा आतंकवाद और अलगावाद पर अंकुश नहीं लगा देंगे, तब तक कार्रवाई जारी रहेगी.
हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा वापसी के सवाल पर गृह राज्य मंत्री का कहना है कि धीरे-धीरे पता चल रहा है कि यह लोग पाकिस्तान से फंडिंग लेते थे. पाकिस्तान के लिए काम करते हैं. यह राज्य सरकार का मामला है और इस पर भी कार्रवाई होगी.
NIA ने दर्ज किया था केस
टीवी की स्क्रीन पर जैसे ही 'आज तक' का स्टिंग 'ऑपरेशन हुर्रियत' चला वैसे ही आतंकवाद और आतंकी घटनाओं पर नजर रखने वाली जांच एजेंसी एनआईए ने तुरंत ही मामला दर्ज कर प्रारंभिक जांच शुरू कर दी थी. एनआईए ने 'आज तक' के स्टिंग ऑपरेशन में पाकिस्तान से हो रही हवाला फंडिंग की बात कबूलने वाले नईम खान, बिट्टा कराटे, जावेद बाबा सहित दूसरे लोगों के खिलाफ जांच शुरु की. जब इस जांच में एनआईए को पुख्ता सबूत मिले तो गृह मंत्रालय के लिखित आदेश के बाद एनआईए ने FIR दर्ज करते हुए अपनी बड़ी जांच शुरू की. FIR में जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद, हिज्बुल मुजाहिद्दीन, दुख्तरान-ए-मिल्लत, हुर्रियत कांफ्रेंस सहित दूसरे अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
हवाला के जरिए हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को मिल रहा धन
FIR में कहा गया है कि केंद्र सरकार से सूचना मिली है कि हिज्बुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा और अन्य आतंकी संगठनों की मिलीभगत से हुर्रियत कॉन्फ्रेंस कई गैरकानूनी और हवाला चैनल के जरिए पैसे ले रहा है, जिसका इस्तेमाल कश्मीर घाटी को अशांत बनाए रखने के लिए होता है.
स्कूली छात्राओं को बहकाती है अंद्राबी
सूत्रों से पता चला है कि अलगाववादी महिला नेता आसिया अंद्राबी के नेतृत्व में महिलाओं की एक टीम स्कूल और कॉलेज की छात्राओं को बहकाती है. एजेंसी का मानना है कि पत्थरबाजी में छात्राओं को शामिल करने के लिए इन महिलाओं को पैसे दिए जाते हैं. जांच एजेंसी की FIR में हाफिज सईद, हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के सदस्य, हिज्बुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा और दुख्तरान-ए-मिल्लत को आरोपी बताया गया.
हुर्रियत नेताओं पर ताबड़तोड़ छापे, हुई थी पूछताछ
एनआईए ने उसके बाद 3 जून 2017 को बड़ी कार्रवाई करते हुए जम्मू-कश्मीर, दिल्ली सहित अलग-अलग शहरों में करीब दो दर्जन के आसपास जगहों पर छापेमारी की जिसमें एनआईए को कई चौंकाने वाले दस्तावेज मिले थे. एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन दस्तावेजों के आधार पर एनआईए ने नईम खान, बिट्टा कराटे, जावेद बाबा, शहीद-उल-इस्लाम, अल्ताफ फंटूस जैसे अलगाववादी नेताओं से दिल्ली में पिछले एक महीने में दर्जनों बार NIA पूछताछ कर चुकी थी.